Deoria: धौंस जमाने के लिए बनी फर्जी दरोगा रजनी दुबे गिरफ्तार, 8 साल से पहन रही वर्दी का ऐसे खुला पोल

Deoria: जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां पुलिस ने एक महिला को फर्जी सब-इंस्पेक्टर की वर्दी पहनकर घूमते हुए गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी उस समय हुई जब महिला, दो बच्चों और एक व्यक्ति के साथ बाइक पर घूम रही थी। पूछताछ में पता चला है कि महिला फर्जी दरोगा है और वह वर्दी उसने दुकान से खरीदी है।

दरअसल देवरिया में फर्जी दरोगा बनकर धौंस जमा रही एक महिला का सामना असली पुलिस से हो गया। पूछताछ में फर्जी दरोगा बनी महिला पहले तो पुलिस वालों को भी बरगलाने की कोशिश की। मगर बाद में अपनी पोल खुलते देखकर उसने खुद ही सच्चाई बयां कर दी। महिला खामपार थाना क्षेत्र के निशानिया पैकौली गांव की निवासी है और लखनऊ में किसी प्राइवेट फर्म में काम करती है।

महिला के मुताबिक छठ पर्व पर घर आने के लिए वर्दी पहन पर दरोगा बन गई थी। ताकि किराया भी बच जाएगा और ट्रेन की भीड़ में उसे जगह भी मिल जाएगी। ‌पुलिस ने पूछताछ के बाद निजी मुचलके पर महिला को छोड़ दिया।

शक हुआ तो पुलिस ने शुरू की पूछताछ
देवरिया जिले के खामपार थाना क्षेत्र के भिंगारी बाजार कस्बे में शुक्रवार को एक महिला दारोगा एक व्यक्ति के साथ बाइक पर पीछे बैठकर जा रही थी। इसी दौरान चौराहे पर गश्त कर रहे थाना इंचार्ज महेंद्र चतुर्वेदी की नजर उस महिला दरोगा पर पड़ी। महिला दरोगा को देखकर उन्हें कुछ शक हुआ तो उन्होंने उसे रोक उसके बारे में पूछताछ करने लगे। असली पुलिस से सामना होने पर महिला दरोगा पहले तो सकपका गई।

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मगर बाद में अपने को सामान्य कर पुलिस वालों को बरगलाने की कोशिश करने लगी। शक बढ़ने पर पुलिस वालों ने जब कड़ाई से पूछताछ किया तो फर्जी दरोगा बनी महिला ने सच्चाई बयां कर दी।

किराया बचाने के लिए वर्दी खरीद कर बन गई दरोगा
महिला ने बताया कि उसका नाम रजनी दुबे है। वह लखनऊ में रहकर अपने बच्चों को पढ़ाती है और किसी प्राइवेट फर्म में काम भी करती है। छठ पर्व पर उसे घर आना था। मगर ट्रेन में भीड़ देखकर उसने पुलिस की वर्दी और स्टार खरीदा और दारोगा बन कर ट्रेन से घर आ गई। पुलिस के मुताबिक महिला ने बताया कि वर्दी पहनने से उसका किराया बच गया और ट्रेन में जगह भी मिल गई।

पुलिस ने संबंधित धाराओं में महिला पर मुकदमा दर्ज कर लिया। मगर इस जुर्म में 3 महीने की सजा होने की वजह से निजी मुचलके पर उसे छोड़ दिया। बताया जाता है कि उक्त महिला पिछले कई सालों से वर्दी पहन कर ही घर आती थी।

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