वाराणसी: टैक्स चोरी और फर्जी रिफंड के मामलों को लेकर आयकर विभाग ने वाराणसी में अर्दली बाजार, सिगरा और महमूरगंज समेत कई क्षेत्रों में एक साथ छापेमारी अभियान चलाया। इस दौरान टीमों ने डेटा विश्लेषण, अभिलेखों की गहन जांच और फर्जी दस्तावेजों की पुष्टि करते हुए कई महत्वपूर्ण सुराग जुटाए।
सूत्रों के मुताबिक, आयकर विभाग की नजर उन चार्टर्ड अकाउंटेंट्स, टैक्स सलाहकारों और बिचौलियों पर है, जो फर्जी दस्तावेजों के आधार पर टैक्स रिटर्न दाखिल कर अधिक रिफंड दिलाने का झांसा देकर लोगों से दस्तखत करा रहे थे।
आयकर विभाग के अनुसार चार्टर्ड अकाउंटेंट्स, टैक्स कंसल्टेंट्स, बिचौलिए और कुछ एमएनसी और सरकारी संस्थानों में बैठे शीर्ष अधिकारीयों के खिलाफ कार्रवाई हुई है।
इन लोगों पर फर्जी इनकम स्टेटमेंट, निवेश और छूट संबंधी कागजात बनाकर सरकार को करोड़ों रुपए का नुकसान पहुंचाने का आरोप है।
आयकर विभाग द्वारा डिजिटल डेटा का एनालिसिस, पूर्व में दाखिल रिटर्न की तुलना, अभिलेखों की वैधता की जांच और दस्तावेजों पर हस्ताक्षर की पुष्टि की जांच कर रहा है।
आयकर विभाग की इस कार्रवाई से शहर में खलबली मच गई है। बताया जा रहा है कि देशभर में चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत वाराणसी में भी यह छापेमारी की गई है।
आयकर विभाग का रुख सख्त
विभाग ने साफ कर दिया है कि जो भी टैक्स चोरी, फर्जीवाड़े और गलत दस्तावेज तैयार करने में संलिप्त पाया जाएगा, उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।








