शहीद रामउग्रह पाण्डेय का मनाया गया 53वां शहादत दिवस, लेफ्टिनेंट आई पी मौर्य और सांसद अफजाल अंसारी ने दी श्रद्धांजलि

जखनियां (गाजीपुर): सेना के जवानों के लिए समूचा देश उनका एक परिवार व नागरिक परिजन के समान है। ऐसे में कुछ दायित्व आमजन का भी बनता है जो शहीदों के परिजनों का ख्याल रखें तो सैनिकों को और अधिक मनोबल प्राप्त होगा। उपरोक्त बातें महावीर चक्र विजेता शहीद रामउग्रह पाण्डेय के 53वें शहादत दिवस पर सूबेदार मेजर आ. लेफ्टिनेंट आईपी मौर्य ने श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए कहा।

कार्यक्रम के पूर्व प्रातः काल ही गाजीपुर सांसद अफजाल अंसारी व बलिया सांसद सनातन पांडेय शहीद पार्क पहुंचकर शहीद रामउग्रह पांडेय को श्रद्धांजलि अर्पित किया।
1971 भारत-पाक युद्ध में अदम्य साहस और वीरता का परिचय देते हुए वीरगति को प्राप्त हुए शहीद रामउग्रह पांडेय को तत्कालीन राष्ट्रपति बीवी गिरी द्वारा सेना के दूसरे सर्वोच्च सम्मान महावीर चक्र से सम्मानित किया गया था। शहीद राम उग्रह पांडेय की 53वीं शहादत दिवस उनके पैतृक गांव ऐमाबंशी स्थित शहीद पार्क में धूमधाम के साथ मनाया गया।

इस अवसर पर श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए लेफ्टिनेंट आईपी मौर्य ने कहाकि जिस प्रकार सैनिक समूचे देश को एक परिवार मानते हुए उसकी रक्षा के नियमित अपने प्राणों की आहुति दे देता है। उसी प्रकार आमजन का भी बनता है वह शहीदों के परिजनों के सुख-दुख का ख्याल ही नहीं रखें बल्कि कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहे। एक सैनिक देश की रक्षा निमित्त हंसते हंसते अपने प्राणों की आहुति दे देता है। जिसे यह जरा भी संकोच नहीं रहता कि उसके नहीं रहने पर उसके परिजनों का क्या होगा।

श्रद्धांजलि सभा प्रारंभ होने से काफी समय पूर्व प्रात काल गाजीपुर सांसद अफजाल अंसारी व सांसद सनातन पांडेय समर्थकों सहित शहीद पार्क पहुंचे। जहां उन्होंने शहीद को माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित किया व परिजनों का हाल-चाल लिया। गाजीपुर जनपद मुख्यालय पर जिलाधिकारी के साथ पूर्व निर्धारित एक बैठक में शामिल होने की वजह से उक्त लोग श्रद्धांजलि सभा में शामिल नहीं हुए।

कार्यक्रम संयोजक श्रीराम जायसवाल ने सभा को संबोधित करते हुए 1971 के युद्ध के विस्तृत घटना चक्र को प्रस्तुत किया। जिससे उपस्थित लोगों के रोंगटे खड़े हो गए। उन्होंने सेना के शहीद व जवानों के सम्मान के प्रति महामंडलेश्वर स्वामी भवानीनंदन यति द्वारा कहे गए वक्तव्य का उल्लेख करते हुए कहाकि सबसे बड़ा धर्म राष्ट्र धर्म होता है। जिसका पालन सेना के जवान बखूबी करते हैं। इसलिए कहीं भी सम्मान का अवसर हो तो सर्वप्रथम सेना का सम्मान है।

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पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष विजेंद्र राय ने शहादत को नमन करते हुए कहा कि सैनिक व शहीदों के परिवार के प्रति आदर का भाव ही सच्ची श्रद्धांजलि होती है। कार्यक्रम को व्यापार प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष प्रमोद वर्मा ने भी संबोधित किया। शहीद पार्क में पर काफी बड़ी संख्या में भूतपूर्व सैनिक व 1971 की लड़ाई में शहीद राम उग्रह पांडेय के साथ सहभाग किए सेना के जवानहवलदार दुर्गा यादव, कैप्टन रामप्यारे, राम अवतार, महेंद्र्, शिव मुनीराम, राम सिंहासन, खरचू यादव का सम्मान किया गया।

इस अवसर पर रामराज बनवास, अवधेश यति, प्रशांत सिंह इत्यादि उपस्थित रहे। लोकगीत कलाकार इंद्रसेन यादव द्वारा शहीद रामउग्रह पाण्डेय की जीवनी लोकगीत के माध्यम से गाकर प्रस्तुत की गई।

गार्डन यूनिट द्वारा शहीद की पुत्री को ₹1 लाख की सहयोग राशि की गई भेंट

  • शाहिद रामउग्रह पांडेय के 53वें शहादत दिवस के अवसर पर गार्ड यूनिट के तरफ से₹100000 सहयोग राशि भेंट की गई। आयोजित श्रद्धांजलि सभा में लेफ्टिनेंट सूबेदार मेजर आईपी मौर्य ने यूनिट प्रतिनिधि के रूप में मंच पर शाहिद की पुत्री सुनीता पाण्डेय को सहयोग राशि भेंट किया। इसके साथ ही उन्होंने जानकारी दिया कि काफी प्रयास के बाद शहीद की पुत्री को महावीर चक्र का पेंशन प्राप्त होने लगा है।
  • शीघ्र ही उन्हें सेना से प्राप्त होने वाली अन्य सभी सुविधाएं मुहैया करा दी जाएगी। उनके साथ सेनाधिकारी मेजर सूबेदार ईश्वर पाल मौर्य, शशिकांत यादव, सुधीर यादव, उपेंद्र यादव, बलिस्टर मौर्य, सोनू लाल, सूरजपाल उपस्थित रहे।
  • जखनियां रेलवे स्टेशन पर लोगों ने माल्यार्पण कर दी श्रद्धांजलि
  • शहीद रामउग्रह पांडेय के 53वें शहादत दिवस पर जखनियां रेलवे स्टेशन पर लगी शहीद की प्रतिमा पर व्यापार प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष प्रमोद वर्मा के नेतृत्व में गणमन से लेकर जान सामान्य तक ने माल्यार्पण कर शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित किया।
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