वाराणसी: महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में रविवार को समाजवादी युवा सभा से जुड़े छात्रों ने बहुजन नायिका फूलन देवी की पुण्यतिथि के अवसर पर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। प्रशासन द्वारा कार्यक्रम की अनुमति निरस्त किए जाने के विरोध में छात्रों ने विश्वविद्यालय का प्रशासनिक भवन बंद कर दिया और फूलन देवी को श्रद्धांजलि उसी स्थान पर दी।
कार्यक्रम की अनुमति के बाद आखिरी वक्त पर रोका आयोजन
छात्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने फूलन देवी की पुण्यतिथि मनाने के लिए शिक्षा संकाय के एक हॉल को सांस्कृतिक और श्रद्धांजलि कार्यक्रम के लिए पहले ही आवंटित कर दिया था। लेकिन अंतिम समय में चीफ प्रॉक्टर ने फोन पर कार्यक्रम को रद्द करने की सूचना दी, जिसे छात्रों ने तानाशाही और भेदभावपूर्ण रवैया बताया।
काउंसलिंग प्रक्रिया पर भी पड़ा असर
विरोध प्रदर्शन के दौरान विश्वविद्यालय में चल रही काउंसलिंग प्रक्रिया को भी रुकवा दिया गया। छात्रों की चीफ प्रॉक्टर से बातचीत के बाद फिलहाल काउंसलिंग को स्थगित कर दिया गया है।
आंदोलन की चेतावनी
समाजवादी युवा सभा के प्रदेश उपाध्यक्ष (छात्र) ने साफ कहा, “अगर हमारी मांगें नहीं मानी जातीं, तो हम विश्वविद्यालय की किसी भी काउंसलिंग को नहीं होने देंगे। अब तानाशाही नहीं चलेगी, छात्र आंदोलन के लिए तैयार हैं।”
छात्रों का यह भी कहना है कि फूलन देवी जैसी संघर्षशील नेता की पुण्यतिथि पर रोक लगाना सामाजिक अन्याय और विचारों की हत्या के समान है।
विश्वविद्यालय प्रशासन पर उठे सवाल
घटना के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन की भूमिका पर सवाल खड़े हो गए हैं। छात्रों का आरोप है कि विचारधारा के आधार पर भेदभाव किया जा रहा है।








