वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में मनरेगा का पैसा न आने से ग्राम प्रधानों में आक्रोश तेजी से बढ़ता जा रहा है। लगभग 20 माह से श्रमिकों और सामग्री आपूर्ति का भुगतान लंबित है, जिसके चलते अब प्रधानों ने आर-पार की लड़ाई का ऐलान किया है।

राष्ट्रीय पंचायती राज प्रधान संगठन के जिला अध्यक्ष राकेश कुमार सिंह ने प्रेस वार्ता में कहा कि जिला अधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी को पहले ही चेतावनी पत्र भेजा जा चुका है। यदि 30 अगस्त तक भुगतान नहीं हुआ तो जिले के सभी ग्राम प्रधान मनरेगा कार्य का बहिष्कार करेंगे और सभी ब्लॉकों पर तालाबंदी की जाएगी। इस दौरान 694 ग्राम प्रधान ब्लॉक प्रांगण में तालाबंदी और जोरदार विरोध प्रदर्शन करेंगे।

उन्होंने बताया कि आंदोलन की अगली कड़ी में 5 सितंबर से वाराणसी विकास भवन के सामने अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया जाएगा, जो तब तक चलेगा जब तक लंबित भुगतान जारी नहीं हो जाता।

जिला अध्यक्ष ने कहा कि भुगतान न होने से बरसात के मौसम में जल निकासी ठप है, हैंडपंप खराब पड़े हैं, मजदूरों को काम मिलने के बावजूद पैसा नहीं मिल रहा। श्रमिक भूखों मरने को मजबूर हैं और प्रधान आर्थिक दबाव के चलते परेशान हैं।
उन्होंने चेतावनी दी कि “प्रधानों का सब्र अब टूट चुका है। यदि शासन ने तत्काल मनरेगा का पैसा जारी नहीं किया तो पूरा प्रदेश आंदोलन की आग में झुलस जाएगा। यह केवल प्रधानों का विरोध नहीं, बल्कि श्रमिकों की भूख और पीड़ा की गूंज है।” प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश पर यह आंदोलन पूरे उत्तर प्रदेश में फैलाया जाएगा और मंडल व प्रदेश स्तर के पदाधिकारी भी इसमें शामिल होंगे।

Author: Ujala Sanchar
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