मिर्जापुर। जनपद के सीखड़ विकास खंड अंतर्गत आदर्श ग्राम सभा खानपुर में सैकड़ों वर्षों से चली आ रही परंपरा के तहत आयोजित तीन दिवसीय शंकर नाट्य महोत्सव का मंगलवार की देर रात सफलतापूर्वक समापन हुआ। इस अवसर पर हजारों नागरिकों ने उपस्थिति दर्ज कर नाट्य परंपरा को जीवंत बनाए रखने का संदेश दिया।

हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी श्री शंकर नाट्य समिति के तत्वावधान में तीन दिनों तक धार्मिक व सामाजिक नाटकों का मंचन किया गया। इस बार कार्यक्रम की शुरुआत दीपावली से एक दिन पूर्व “नटराज” नामक धार्मिक नाटक से हुई। दीपावली के दिन “एक बंजारा गाए” नामक नाटक का मंचन किया गया, जबकि अंतिम दिन भोजपुरी ड्रामा “भाग्य ना बाचे कोय” ने दर्शकों की खूब तालियां बटोरीं।
स्थानीय किशोर, युवाओं और वरिष्ठ कलाकारों ने अपने दमदार अभिनय से दर्शकों का दिल जीत लिया और इस परंपरा को जीवंत बनाए रखने का संदेश दिया।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि विंध्य इंडियन प्रेस सोशल क्लब के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं युवा समाजसेवी राजेश भाई पटेल, जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में क्लब के राष्ट्रीय सचिव एवं व्यवसायी दीपक त्रिपाठी, जिला पंचायत सदस्य संजय पटेल, तथा नवचेतना एफपीओ के एमडी मुकेश पांडेय उपस्थित रहे।
समारोह के दौरान आयोजकों ने अतिथियों का माल्यार्पण, अंगवस्त्र और स्मृति चिन्ह भेंटकर स्वागत किया। मुख्य अतिथि राजेश भाई पटेल ने कहा “इस परंपरा का हिस्सा बनना सौभाग्य की बात है। मोबाइल और सोशल मीडिया के युग में ग्रामीण नाट्य कला को जीवित रखना अद्भुत कार्य है।” उन्होंने आयोजन समिति को ₹10,100 की सहयोग राशि प्रदान की।
विशिष्ट अतिथि दीपक त्रिपाठी ने भी आयोजन समिति को बधाई देते हुए कहा — “आज जब आधुनिकता में संस्कृति लुप्त हो रही है, ऐसे में खानपुर के लोगों ने अपनी जड़ों को थामे रखा है। यह हम सबके लिए प्रेरणादायक है।” आयोजकों ने दोनों अतिथियों सहित मीडिया प्रतिनिधियों रविंद्र जायसवाल और बसंत गुप्ता का भी सम्मान कर आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से भूपेंद्र नारायण द्विवेदी, धर्मेंद्र दूबे, ओमप्रकाश सिंह, रमाकांत उपाध्याय, धरणीधर सिंह, श्रीप्रकाश राहुल, प्रभात दुबे, रुद्र दुबे, जनार्दन उपाध्याय, केपी दुबे आजाद, अशोक सिंह, अभय द्विवेदी, बच्चा लाल गौड़, सुशील त्रिपाठी, पंकज सिंह, चंद्रमा दुबे, रिंकू बाबा, मनीष त्रिपाठी, शैलेंद्र दुबे सहित सैकड़ों ग्रामीण व श्रद्धालु मौजूद रहे।
रिपोर्ट- बसंत कुमार गुप्ता







