मिर्जापुर। थाना क्षेत्र के जंगलमहल अंतर्गत ग्राम सभा बरही में लगने वाले तीन दिवसीय ऐतिहासिक बेचू वीर मेले को शांतिपूर्वक और व्यवस्थित रूप से संपन्न कराने के लिए एक समीक्षा बैठक आयोजित की गई। यह मेला लगभग 300 वर्षों पुराना है और इसे अंतर-प्रांतीय ख्याति प्राप्त आयोजन माना जाता है।
मेले की शुरुआत 31 अक्टूबर (शुक्रवार) से होगी, जबकि 2 नवंबर (रविवार) को “मनरी बजने” के साथ इसका समापन होगा। यह मेला भूत-प्रेत बाधा निवारण और पुत्र रत्न प्राप्ति के लिए प्रसिद्ध है। प्रत्येक वर्ष यहां प्रतिदिन 2 से 3 लाख श्रद्धालु बाबा बेचू वीर की चौरी पर माथा टेकने और मनोकामना पूर्ति के लिए पहुंचते हैं।
भीड़ को ध्यान में रखते हुए चुनार के उप जिलाधिकारी राजेश कुमार मौर्य की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिला पंचायत, विकास भवन, पुलिस प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों ने हिस्सा लिया। बैठक में सुरक्षा, चिकित्सा, साफ-सफाई और यातायात व्यवस्था पर विशेष रूप से चर्चा की गई।
उप जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी विभाग अपने-अपने दायित्वों का बखूबी निर्वहन करें, अन्यथा लापरवाही पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस वर्ष हुई अधिक बारिश से भक्सी नदी में पानी की मात्रा बढ़ी हुई है, जिससे सुरक्षा को लेकर विशेष सावधानी बरतनी होगी। श्रद्धालुओं को चौरी पहुंचने से पहले इसी नदी में स्नान करना अनिवार्य होता है।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि सफाई व्यवस्था के लिए ब्लॉकों और नगर पालिका परिषद अहरौरा का सहयोग लिया जाएगा। साथ ही भीड़ नियंत्रण के लिए पर्याप्त पुलिस बल और स्वास्थ्यकर्मी तैनात रहेंगे।
इस अवसर पर क्षेत्राधिकारी मड़िहान मुनेंद्र पाल सिंह, थाना प्रभारी सदानंद सिंह, बेचू वीर के पुजारी बृजभूषण यादव, बरहीन माता के पुजारी दलसिंगर यादव, तहसीलदार चुनार, जिला पंचायत सदस्य पंकज उपाध्याय, प्रधान बी.एन. यादव, श्याम बाबू सहित क्षेत्र के कई गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।
रिपोर्ट- अनुप कुमार









