Varanasi Gangrape case: शहर के खजुरी इलाके की रहने वाली 19 वर्षीय युवती से सामूहिक दुष्कर्म के आरोप में जेल भेजे गए 14 आरोपितों का ब्लड सैंपल लिया गया। इसका इस्तेमाल पीड़िता की मेडिकल रिपोर्ट से मिलान और डीएनए टेस्ट के लिए एसआईटी करेगी। साथ ही जेल में बंद आरोपितों का बयान दर्ज करने के लिए मुकदमे के विवेचक को अनुमति मिल गई है। विवेचक जेल जाकर एक-एक कर आरोपित का बयान दर्ज करेंगे।
आरोपितों के परिजनों की ओर से दिए दए साक्ष्य के आधार पर पुलिस आयुक्त ने जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है। एसआईटी के सदस्यों ने युवती के मोबाइल फोन की लोकेशन, सीडीआर, सीसी कैमरों की फुटेज और इंस्टाग्राम की चैट की मदद से 29 मार्च से 3 अप्रैल तक का डिजिटल फुटप्रिंट तैयार किया।
आरोपितों के परिजनों से साक्ष्य लेने के साथ ही युवती के करीबियों और उसकी सहेली का बयान दर्ज किया गया। एसआईटी के प्रमुख डीसीपी वरुणा जोन/क्राइम प्रमोद कुमार ने बताया कि टीम के सभी सदस्य सौंपी गई जिम्मेदारियों के अनुसार जांच कर रहे हैं। तथ्यों और साक्ष्य के आधार पर जांच रिपोर्ट जल्द ही तैयार की जाएगी।
युवती की मां ने लालपुर पांडेयपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप है कि 14 नामजद और 11 अज्ञात आरोपियों ने उनकी बेटी के साथ 29 मार्च से 3 अप्रैल के बीच शहर के अलग-अलग इलाकों में दुष्कर्म किया। घटना को प्रधानमंत्री ने भी संज्ञान लिया था।