गाजीपुर: वाराणसी-गाजीपुर रेल खंड पर स्थित नंदगंज रेलवे स्टेशन पर एक्सप्रेस ट्रेनों के ठहराव की पुरानी मांग अब फिर जोर पकड़ने लगी है। क्षेत्रीय नागरिकों ने केंद्र सरकार और रेल मंत्री से अपील की है कि इस ऐतिहासिक और व्यस्त स्टेशन पर कुछ प्रमुख एक्सप्रेस ट्रेनों को रोका जाए ताकि आम जन को राहत मिल सके।
शहीदों की धरती, सुविधाओं से वंचित
नंदगंज को “शहीदों की धरती” कहा जाता है, लेकिन इसके बावजूद इस स्टेशन पर सिर्फ एक ही एक्सप्रेस ट्रेन – डाउन में सद्भावना एक्सप्रेस – का ठहराव है। अप लाइन में किसी भी एक्सप्रेस ट्रेन का ठहराव नहीं है, जिससे देवकली, मनिहारी, करंडा और सदर ब्लॉकों के हजारों लोगों को भारी असुविधा हो रही है।
यात्रियों की परेशानी
नंदगंज स्टेशन चारों ब्लॉकों का प्रमुख और सुलभ स्टेशन है, जहां से लोग आसानी से यात्रा कर सकते हैं। लेकिन एक्सप्रेस ट्रेनों के न रुकने की वजह से लोगों को 20 से 25 किलोमीटर दूर गाजीपुर स्टेशन या औड़िहार जंक्शन जाना पड़ता है। इससे खासकर महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को यात्रा में खासी मुश्किल होती है।
दो साल पहले हुआ था हस्ताक्षर अभियान
स्थानीय नागरिकों ने दो वर्ष पूर्व हस्ताक्षर अभियान चलाकर रेलवे को ज्ञापन सौंपा था, जिसमें सुहेलदेव एक्सप्रेस, लखनऊ-छपरा एक्सप्रेस, सारनाथ एक्सप्रेस और सद्भावना एक्सप्रेस के अप और डाउन दोनों दिशाओं में कम से कम दो मिनट का ठहराव सुनिश्चित करने की मांग की गई थी। लेकिन आज तक इस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया।
रेल मंत्री से पुनः अपील
स्थानीय लोगों ने एक बार फिर रेल मंत्री से नंदगंज रेलवे स्टेशन पर एक्सप्रेस ट्रेनों के ठहराव की पुरजोर मांग की है ताकि क्षेत्र के नागरिकों को बार-बार लंबी दूरी तय कर स्टेशन तक पहुंचने की बाध्यता से मुक्ति मिल सके।

Author: Ujala Sanchar
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