
वाराणसी: महाकुंभ में 150 संप्रदायों के धर्मगुरु शामिल होंगे। देश-विदेश से संत-महंत महाकुंभ में पहुंचेंगे। वहीं 40 करोड़ सनातनी संगम तट पर आस्था की डुबकी लगाएंगे। विश्व हिंदू परिषद की ओर से 13 जनवरी से 28 फरवरी तक विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। संत सम्मेलन, युवा संत सम्मेलन, गो-रक्षा सम्मेलन, संस्कृत आयाम संगोष्ठी होगी। इसमें आध्यात्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं पर मंथन करेंगे।
विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय संगठन महामंत्री मिलिंद पांडेय ने बताया कि महाकुंभ हिंदू आस्था का केंद्र है। महाकुंभ में देश भर के 150 संप्रदायों के धर्मगुरु और साधु-संत शामिल होंगे। संतों के सम्मेलन होंगे। संगठन देश भर के सनातनियों को जागरूक करेगा।
उत्तर और दक्षिण भारत से काफी संख्या में संत, आचार्य और सनातनी आएंगे। इसमें विदेश से बौद्ध मत के बड़े आचार्य भी शामिल होंगे। गो-रक्षा और गो-संवर्धन के क्षेत्र में काम करने वाली संस्थाओं का भी सम्मेलन होगा।

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