
Varanasi: मणिकर्णिका घाट की 300 साल पुरानी ऐतिहासिक रामलीला में सीता स्वयंवर के प्रसंग का मंचन किया गया। प्रभु श्रीराम ने शिव का पिनाक धनुष तोड़कर माता सीता से विवाह किया। इस अलौलिक पल का साक्षी बनने के लिए लोग उमड़ पड़े।

घाट पर भगवान राम के धनुष तोड़ने का दृश्य देखने के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु उमड़े। जैसे ही भगवान राम ने शिव धनुष तोड़ा, पूरा वातावरण ‘जय श्रीराम’ के नारों से गूंज उठा और श्रद्धा का सागर उमड़ पड़ा। भक्तों ने रामलीला के इस अद्वितीय आयोजन का भरपूर आनंद लिया। समूचा माहौल राममय हो गया।

वाराणसी की इस ऐतिहासिक रामलीला का आयोजन सदियों से हो रहा है। हर वर्ष यह परंपरा उसी जोश और श्रद्धा के साथ निभाई जाती है।

उजाला संचार एक प्रतिष्ठित न्यूज़ पोर्टल और अख़बार है जो स्थानीय, राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय और अन्य समाचारों को कवर करती है। हम सटीक, विश्वसनीय और अद्यतन जानकारी प्रदान करने के लिए समर्पित हैं।