
वाराणसी: बनारस रेल इंजन कारखाना (बरेका) में ‘स्वच्छता ही सेवा 2024’ अभियान का समापन एक गरिमामय समारोह के साथ हुआ। जिसमें स्वच्छता के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले विभागों, कर्मचारियों और टीमों को पुरस्कृत किया गया।

यह कार्यक्रम स्वच्छता के प्रति बरेका की प्रतिबद्धता और जागरूकता को प्रदर्शित करने का एक अद्वितीय उदाहरण रहा। कार्यक्रम के दौरान जन संपर्क विभाग द्वारा तैयार किए गए वीडियो क्लिप को भी प्रदर्शित किया गया। महाप्रबंधक ने स्वच्छता संदेश को व्यापक रूप से प्रसारित करने के लिए जनसंपर्क विभाग की सराहना की।
- स्वच्छता गतिविधियां:-
अभियान के तहत आयोजित विभिन्न गतिविधियों ने स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इनमें शामिल है। स्वच्छता वृक्ष, ह्यूमन चैन, मैराथन, साइक्लोथान, और वॉकथान, जिन्होंने सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा दिया। बेस्ट ऑफ आर्ट , जिसमें स्क्रैप मटेरियल से स्वच्छता पर आधारित कलाकृतियों को प्रदर्शित किया गया। डोर-टू-डोर अवेयरनेस अभियान और हेल्थ कैंप, जिसमें स्वच्छता से संबंधित स्वास्थ्य लाभों पर जागरूकता फैलाई गई।

मेगा प्लांटेशन ड्राइव और स्वच्छता निबंध प्रतियोगिता, जो पर्यावरणीय संरक्षण और युवाओं में स्वच्छता की भावना जागृत करने पर केंद्रित रहीं। वनडे स्पोर्ट्स टूर्नामेंट, जिसने खेल के माध्यम से स्वच्छता का संदेश दिया।
- विजेता विभाग:
मेगा श्रमदान के लिए : सिविल विभाग ने पुरस्कार हासिल किया।
स्वच्छ वर्कशॉप के लिए:
प्रथम पुरस्कार: ट्रक मशीन शॉप
द्वितीय पुरस्कार: लोको फ्रेम शॉप
तृतीय पुरस्कार: वार्ड संख्या 32 (पेंट एंड एसिड गोदाम)
स्वच्छ कार्यालय के लिए:
प्रथम पुरस्कार: मार्केटिंग विभाग
द्वितीय पुरस्कार: प्रोडक्शन कंट्रोल कार्यालय
तृतीय पुरस्कार: सतर्कता विभाग
संपूर्ण कार्यक्रम में अपना उत्कृष्ट एवं विशेष योगदान देने के लिए :-
महाप्रबंधक नरेंद्र पाल सिंह ने रेल सुरक्षा बल को तथा स्वकच्छ ता पखवाडा के दौरान संपूर्ण कार्यक्रम के प्रचार प्रसार, प्रिंट मीडिया, सोशल मीडिया इत्याषदि में कवरेज में उत्कृष्ट योगदान के लिए जन सम्पर्क विभाग को तथा अच्छी योजना, समन्वय, निगरानी और अनुपालन के लिए संरक्षा अनुभाग को सम्मानित किया गया।

महाप्रबंधक का संदेश:
महाप्रबंधक नरेंद्र पाल सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा, “स्वच्छता केवल एक आदत नहीं, बल्कि एक जीवनशैली है। बरेका में किए गए प्रयासों ने इसे एक सामाजिक आंदोलन का रूप दिया है। सभी विभागों ने जिस उत्साह और समर्पण के साथ इस अभियान को सफल बनाया, वह प्रशंसा के योग्य है।” साथ ही, उन्होंने कहा प्लास्टिक के साथ जीवन जीना आसान भी है और मुश्किल भी। आसान इसलिए कि हैंडलिंग, उपयोग, प्रभावी लागत आदि है।

मुश्किल इसलिए कि पूरे वातावरण को ही प्रदूषित कर रहा है। इसलिए कम से कम प्लास्टिक का उपयोग करें, कपड़े के थैले साथ ले जाने की आदत डालें। इस दौरान महाप्रबंधक ने चित्रकला प्रतियोगिता में पुरस्कृत हुए बच्चों से मुलाकात की और उनकी अदभुत कल्पनाशीलता और रचनात्मकता की भूरि-भूरि प्रशंसा की। साथ ही उन्हें शील्ड प्रदान कर पुरस्कृत किया।
प्रमुख मुख्य यांत्रिक इंजीनियर सुब्रतो नाथ ने भी अपने संबोधन में स्वच्छता के महत्व पर बल दिया और सभी विभागों के प्रयासों की सराहना की। मुख्य संरक्षा अधिकारी एस.बी. पटेल ने विजेताओं और सभी प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन करते हुए ‘स्वच्छ भारत मिशन’ के प्रति बरेका की प्रतिबद्धता को दोहराया।
इस अवसर पर प्रमुख विभागाध्य्क्ष, विभागाध्यक्ष, वरिष्ठ अधिकारी, कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे। कार्यक्रम का समापन संरक्षा अधिकारी अनुप सिंह वत्स के धन्यवाद ज्ञापन से हुआ।

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