
वाराणसी: पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय बालिका महाविद्यालय सेवापुरी के आई क्यू ए सी हाल में भारत की प्रथम महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले की जयंती मनाई गयी। जिसमें वक्ताओं ने अपने अपने मन्तव्य व्यक्त किए। प्रो कमलेश कुमार वर्मा ने कार्यक्रम का संचालन एवं प्रो सत्यनारायण वर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि एवं चर्चित समाज सेविका डॉ जागृति राही ने कहा कि स्त्री शिक्षा समाज और राष्ट्र को विकास और गति प्रदान करती है, अफसोस है कि आज स्त्रियां शिक्षित तो हो रहीं हैं, किन्तु जागरूक नहीं, जागरूकता के अभाव में अपने अपने अधिकारों के प्रति संघर्ष की स्थिति में भी नहीं आ सकी हैं।

प्रो राम कृष्ण गौतम ने अपने उद्बोधन में कहा कि सावित्री बाई फुले ने परम्परागत समाज की जकड़न से महिलाओं और अस्पृश्यों को आजाद कराने हेतु संघर्ष किया, तमाम सामाजिक यातनाओं को सहते हुए सर्वप्रथम उन्होंने स्त्री शिक्षा की अलख जगाई, इसलिए उन्हें भारत की प्रथम शिक्षिका के रूप में सम्मानित किया जाता है। कार्यक्रम के आयोजक राजनीति विज्ञान के प्रोफेसर डॉ रविप्रकाश गुप्ता ने विषय प्रवर्तन किया।
इस अवसर पर प्रो अर्चना गुप्ता, डॉ सर्वेश कुमार सिंह, डॉ कमलेश कुमार सिंह, डॉ सौरभ सिंह, डॉ सुष्मिता, डॉ प्रिया मिश्रा, डॉ सुधा तिवारी और तमाम छात्राएं उपस्थित रहीं।

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