
प्रदेश में सबसे ज्यादा वाराणसी की पांच और शहरी पीएचसी एन्क्वास सर्टीफाइड होने के साथ अब कुल नौ केंद्र हुये एन्क्वास सर्टीफाइड
शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शिवपुर को 93 फीसदी तथा कैंटोनमेंट को मिला 89 फीसदी अंक
आयुष्मान आरोग्य मंदिर टिकरी को 97 फीसदी और पियरी को मिला 95 फीसदी अंक, अब कुल 52 आयुष्मान आरोग्य मंदिर हुये एनक्वास सर्टीफाइड
वाराणसी: प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में सामुदायिक स्तर पर चिकित्सीय व स्वास्थ्य सुविधाओं का लगातार विस्तार और सुदृढ़ीकरण किया जा रहा है। आरोग्यं परमं धनम् को ध्याम में रखते हुए घर के नजदीक ही संचालित किए जा रहे आयुष्मान आरोग्य मंदिरों के माध्यम से समुदाय में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच बढ़ाई जा रही है।

हाल ही में भारत सरकार ने यूपी में सबसे ज्यादा जनपद के नौ शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टेंडर्ड (एनक्वास) सर्टीफाइड किया है। 800 जनपद में अब कुल 52 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों (एचडब्ल्यूसी) को एनक्वास सर्टीफाइड किया गया है, इसकी जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने दी।
सीएमओ ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में वाराणसी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है| जिसमें भेलूपुर, अर्दली बाज़ार, कैंटोनमेंट, जैतपुरा और शिवपुर सर्टीफाइड होने के साथ अब कुल नौ केन्द्रों को एनक्वास सर्टीफाइड किया गया है, जहाँ शिवपुर को 93 फीसदी, अर्दली बाज़ार को 90 फीसदी, कैनटोनमेंट को 89 फीसदी, भेलूपुर और जैतपुरा को 87 फीसदी अंक प्राप्त हुये हैं।
ब्लाक काशी विद्यापीठ के टिकरी आयुष्मान आरोग्य मंदिर ने 97 फीसदी तथा ब्लाक चिरईगांव के पियरी आयुष्मान आरोग्य मंदिर ने 95 फीसदी अंक प्राप्त किए हैं। इन्हें लेकर अब कुल 52 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों को एन्क्वास प्रमाणपत्र मिल चुका है। अब जनपद में 2 जिला अस्पताल, नौ शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बडागांव, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चोलापुर तथा 52 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों के साथ कुल 65 केंद्र एन्क्वास सर्टीफाइड हो चुके हैं। यह यूपी में अब तक प्राप्त एन्क्वास सर्टीफिकेशन में सबसे ज्यादा संख्या है।
उन्होंने इन केन्द्रों पर कार्यरत शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों आयुष्मान आरोग्य मंदिर के सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों, एएनएम, आशा संगिनी, समस्त आशा कार्यकताओं और ग्राम प्रधानों को बधाई दी।
कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ वाईबी पाठक ने बताया कि आयुष्मान आरोग्य मंदिरों को भारत सरकार की ओर से निर्धारित सात मानकों जैसे केयर इन प्रेग्नेंसी एंड चाइल्ड बर्थ, नियोनेटल एंड इंफेंट हेल्थ सर्विसेज़, चाइल्डहुड एंड एडोलसेंट हेल्थ सर्विसेज़, फैमिली प्लानिंग, मैनेजमेंट ऑफ कम्यूनिकेबल डिजीज, मैनेजमेंट ऑफ सिम्पल इलनेस इनक्लूडिंग माइनर एलीमेंट्स एवं मैनेजमेंट ऑफ नॉन कम्यूनिकेबल डिजीज़ पर बेहतर कार्य करने के लिए एनक्वास प्रमाणपत्र दिया जाता है।
मंडलीय क्वालिटी एस्योरेंस कंसल्टेंट डॉ तनवीर सिद्दीकी ने बताया कि वर्तमान में 68 आयुष्मान आरोग्य मंदिर को एन्क्वास सर्टीफिकेशन के लिए तैयार कर सक्षम पोर्टल पर डाटा और डिटेल अपलोड कर स्टेट लेवल तथा स्टेट लेवल से नेशनल लेवल पर भेज दिया गया है। इस क्रम में जनपद में अब 65 फैसिलिटी सर्टीफाइड हो चुकी हैं| 16 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों का असेसमेंट हो चुका है। जिसका रेजल्ट आना बाकी है।

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