वाराणसी: प्रसिद्ध योग गुरु और पद्मश्री सम्मानित बाबा शिवानंद का शनिवार रात 128 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वह बीएचयू अस्पताल में पिछले तीन दिनों से स्वास्थ्य समस्याओं के कारण भर्ती थे। शनिवार रात 8:30 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। बाबा शिवानंद योग साधना में निपुण थे और अन्न नहीं खाते थे।
शिवानंद का पार्थिव शरीर देर रात दुर्गाकुंड स्थित उनके आश्रम लाया गया, जहां उनके शिष्यों और अनुयायियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। शिष्यों के अनुसार, रविवार को उनका अंतिम संस्कार हरिश्चंद्र घाट पर किया जाएगा। शिवानंद भोजन में अन्न का त्याग कर चुके थे और अपने जीवन का अधिकांश हिस्सा योग साधना और संयमित जीवनशैली को समर्पित किया।
वे महाकुंभ जैसे धार्मिक आयोजनों में भी सक्रिय रूप से भाग लेते थे। योग के प्रचार-प्रसार में उनके योगदान को देखते हुए भारत सरकार ने उन्हें वर्ष 2022 में पद्मश्री से सम्मानित किया था। तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें यह सम्मान प्रदान किया था। आश्रम से जुड़े लोगों का दावा है कि शिवानंद देश के सबसे वृद्ध व्यक्ति थे। उनका जीवन योग, अनुशासन और सेवा की मिसाल था।

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