भारतीय महिला पहलवान और कांग्रेस नेता विनेश फोगाट ने हाल ही में पेरिस ओलंपिक को लेकर बड़ा दावा किया है। विनेश ने भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) की प्रमुख पीटी ऊषा पर आरोप लगाया है कि उन्होंने एक तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर कर राजनीति की। इस दावे ने खेल जगत में हलचल मचा दी है, और इसके साथ ही विनेश फोगाट की राजनीतिक भूमिका भी चर्चा में है। विनेश को पेरिस ओलंपिक के दौरान कुश्ती फाइनल में पहुंचने के बाद वजन कम करने में समस्या के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया था।
विनेश फोगाट का बड़ा दावा
पेरिस ओलंपिक के बाद विनेश फोगाट ने यह दावा किया है कि जब वह अस्पताल में भर्ती थीं, तब पीटी ऊषा उनसे मिलने पहुंची थीं और बिना उनकी अनुमति के एक तस्वीर खींची गई, जिसे बाद में सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया गया। इस घटना ने विनेश को काफी आहत किया। उन्होंने इसे राजनीति से जोड़ते हुए कहा कि उस समय उनकी मानसिक और शारीरिक स्थिति बहुत कमजोर थी, और इस तरह से तस्वीर शेयर करना उनकी भावनाओं के साथ खिलवाड़ है।
पेरिस ओलंपिक में विनेश फोगाट का संघर्ष
विनेश फोगाट का पेरिस ओलंपिक तक का सफर काफी चुनौतियों से भरा रहा। कुश्ती के फाइनल तक पहुंचने के बाद वजन में समस्या के चलते उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया था। इसके बाद उनकी तबियत खराब हो गई और उन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। वजन घटाने की प्रक्रिया ने उनके शरीर पर बुरा असर डाला, जिसके कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती होने की नौबत आ गई। इस दौरान पीटी ऊषा उनसे मिलने पहुंची थीं, लेकिन इस मुलाकात ने एक विवाद को जन्म दिया, जो अब गहराता जा रहा है।
पीटी ऊषा और तस्वीर विवाद
विनेश फोगाट ने आरोप लगाया है कि अस्पताल में भर्ती होने के दौरान पीटी ऊषा ने उनके साथ तस्वीर खिंचवाई, जो बाद में सोशल मीडिया पर शेयर कर दी गई। विनेश का कहना है कि इस तस्वीर को बिना उनकी जानकारी के खींचा गया था, और यह केवल एक राजनीतिक स्टंट था। उनका कहना है कि जब कोई व्यक्ति अस्पताल के बिस्तर पर हो, जीवन के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा हो, उस समय इस तरह की राजनीति नहीं होनी चाहिए।
विनेश ने कहा, “जब आप जीवन के सबसे कठिन दौर से गुजर रहे होते हैं, तब किसी का इस तरह से तस्वीर खींचकर सोशल मीडिया पर पोस्ट करना आपकी भावनाओं का अपमान है। मुझे नहीं पता कि उस समय मुझे किस तरह का समर्थन मिला।”
मीडिया में चर्चा और प्रतिक्रिया
यह विवाद अब खेल जगत में बड़ा मुद्दा बन गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, विनेश ने खुलकर कहा है कि उनके अस्पताल में भर्ती होने के दौरान कई बातें हुईं, जो बंद दरवाजों के पीछे की राजनीति का हिस्सा थीं। उन्होंने कहा, “बहुत से लोग कह रहे थे कि कुश्ती मत छोड़ो, लेकिन मुझे समझ नहीं आ रहा था कि इस वक्त क्या सही है। पीटी ऊषा मैम भी मिलने आईं थीं, और एक फोटो भी खींची गई। लेकिन मुझे लगता है कि उस वक्त राजनीति खेली जा रही थी।”
कांग्रेस में विनेश की नई पारी
विनेश फोगाट ने हाल ही में कांग्रेस का दामन थामा है और वह अब हरियाणा की जुलाना सीट से विधानसभा चुनाव लड़ने जा रही हैं। राजनीति में कदम रखने के बाद यह विवाद उनके लिए एक बड़ा मोड़ साबित हो सकता है। खेल से राजनीति तक का उनका सफर अब और भी चुनौतीपूर्ण हो सकता है, क्योंकि यह मामला राजनीति और खेल दोनों से जुड़ा हुआ है।
समर्थन और आलोचना
विनेश के इस बयान के बाद खेल जगत में कई लोग उनके समर्थन में आए हैं, जबकि कुछ ने इसे सिर्फ एक राजनीतिक मुद्दा बताया है। सोशल मीडिया पर भी इस तस्वीर को लेकर लोगों के बीच मिली-जुली प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कुछ लोगों का मानना है कि पीटी ऊषा ने सिर्फ अपना समर्थन दिखाने के लिए तस्वीर शेयर की, जबकि अन्य का कहना है कि यह राजनीति से प्रेरित कदम था।
विनेश का मानसिक संघर्ष
विनेश फोगाट का कहना है कि पेरिस ओलंपिक के दौरान उन्हें कई मानसिक और शारीरिक चुनौतियों का सामना करना पड़ा। वजन घटाने के दबाव में उनकी तबियत खराब हो गई और उन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। ऐसे में उनकी निजी स्थिति का ध्यान नहीं रखा गया और तस्वीर को सार्वजनिक किया गया। उनका कहना है कि ऐसे समय में जब वे जीवन के सबसे कठिन दौर से गुजर रही थीं, इस तरह की घटनाएं उन्हें और कमजोर कर रही थीं।
पीटी ऊषा का पक्ष
हालांकि, पीटी ऊषा की ओर से अब तक इस विवाद पर कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन कई विशेषज्ञों का मानना है कि ऊषा ने सिर्फ विनेश का हौसला बढ़ाने के लिए यह कदम उठाया होगा, न कि किसी राजनीतिक मकसद से। फिर भी, इस मामले में दोनों पक्षों की बातों को सुनना और समझना जरूरी है, ताकि सच्चाई सामने आ सके।

Author: Ujala Sanchar
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