
Varanasi: बनारस-आगरा वंदे भारत एक्सप्रेस को मथुरा तक विस्तार देने की योजना पर काम तेज हो गया है। उत्तर मध्य रेलवे और रेलवे बोर्ड को इस प्रस्ताव की मंजूरी भेजी जा चुकी है। यदि सब कुछ योजना के अनुसार हुआ, तो माघ कुंभ से पहले यह ट्रेन मथुरा तक पहुंचने लगेगी। इस कदम से काशी, प्रयागराज और मथुरा जैसे प्रमुख धार्मिक स्थलों को एक साथ जोड़ने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल मानी जा रही है।
फिलहाल यह ट्रेन बनारस से आगरा तक का सफर तय करती है, लेकिन अब इसके मथुरा तक विस्तार से यात्रियों को काफी सहूलियत होगी। वर्तमान में काशी से मथुरा जाने वाले यात्रियों को आगरा पहुंचने के बाद दूसरी ट्रेन बदलनी पड़ती है। प्रस्तावित विस्तार से यात्रियों के लिए यह एक बड़ी राहत साबित होगी, क्योंकि अब उन्हें बिना ट्रेन बदलने के काशी से सीधे मथुरा तक यात्रा करने का अवसर मिलेगा।
इस विस्तार से खासतौर पर धार्मिक यात्राओं पर जाने वाले श्रद्धालुओं को लाभ होगा, क्योंकि काशी, प्रयागराज और मथुरा को जोड़ने वाली यह सीधी रेल सेवा धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। काशी और मथुरा दोनों ही शहर धार्मिक आस्थाओं का केंद्र हैं। दोनों शहरों के बीच यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ती रही है। प्रयागराज संगम स्थल होने के कारण और भी अधिक महत्वपूर्ण बनता है, जहां हर वर्ष कुंभ और माघ मेला जैसे बड़े आयोजन होते हैं, जिनमें देश भर से श्रद्धालु पहुंचते हैं।
रेलवे बोर्ड के इस प्रस्ताव के अनुसार, वंदे भारत एक्सप्रेस अब काशी से मथुरा तक का सफर बिना किसी बाधा के तय करेगी, जिससे यात्रा का समय भी घटेगा और यात्रियों को यात्रा में अधिक सुविधा मिलेगी। यात्रा के समय में कटौती और सीधी सेवा से जहां आम यात्रियों को राहत मिलेगी, वहीं यह धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा देगी।
रेलवे के इस कदम से उम्मीद है कि धार्मिक स्थलों के बीच यात्रा की मांग को पूरा करने में भी सहायता मिलेगी और इस क्षेत्र में पर्यटन को प्रोत्साहन मिलेगा। रेलवे अधिकारियों का मानना है कि यह योजना धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के कारण यात्रियों को और आकर्षित करेगी। इससे भारतीय रेलवे को भी लाभ होगा।

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