वाराणसी: फया राजभर हत्याकांड का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। मंगलवार को परिजनों और ग्रामीणों ने जिला मुख्यालय पर पहुंचकर जबरदस्त विरोध-प्रदर्शन किया। इस दौरान परिजनों ने पुलिस कमिश्नर के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा।
मीडिया से बात करते हुए बृजेश राजभर ने बताया कि प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र बेनीपुर में फया राजभर की एक निर्मम हत्या हुई है, जिसके न्याय को लेकर पुलिस कमिश्नर ऑफिस के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा गया हैं।
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के सरकार में हत्यारों के घरों पर बुलडोजर चला है और अपराधियों को करोड़ों का मुआवजा मिला है। पीड़ित परिवार के घर के लोगों को नौकरी मिली है, उसी के आधार पर फया राजभर की हत्या को सीबीआई जांच करने की मांग करते हैं। पीड़ित परिवार को कम से कम एक करोड़ का मुआवजा और उनके बेटे को सरकारी नौकरी और हत्यारे के घर पर बुलडोजर चलने की मांग करते हैं जो हमारे समाज के नेता हैं।
ओम प्रकाश राजभर और अनिल राजभर इनकी मिली भगत से लीपा पोती हुई है। ओमप्रकाश राजभर व अनिल राजभर और भारतीय जनता पार्टी में बैठे जितने भी नेता हैं अगर फया राम राजभर के साथ न्याय नहीं मांग पाते हैं उनको मुआवजा और सरकारी नौकरी, सीबीआई जांच नहीं कर पाते हैं अपने पद से इस्तीफा देकर के समाज के साथ आ जाए नहीं तो समाज अब लामबंद है।
ओमप्रकाश राजभर और अनिल राजभर कैबिनेट मिनिस्टर हैं अगर प्रदेश में कहीं पर भी अत्याचार और अन्याय होता है और पीड़ित परिवार के घर पर जाकर के फोटो खिंचवाने का कार्य करते हैं ना पीड़ित परिवार को अपने जेब से मुआवजा दे पाए, कैबिनेट मिनिस्टर होते हुए चाहते तो अपने विभाग से भी मुआवजा मिल सकता था।
सरकार से भी अपील कर सकते थे यह समाज के सौदागर चुल्लू भर पानी में डूब कर मर जाना चाहिए या तो फया राम राजभर की इस बुढ़ी पत्नी को न्याय और उनके दो बेटों में से एक बेटी को सरकारी नौकरी दे और सीबीआई जांच कर लें यही हम लोगों की मांग है।

Author: Ujala Sanchar
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