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बिहार का गौरव: अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत थावे जं. बना मॉडल स्टेशन, वॉल पेंटिंग से लेकर कोटा स्टोन और लाइटिंग ने बिखेरा रंग…

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बिहार के गोपालगंज जिले का एक कस्बा है। यह जिला मुख्यालय से 06 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में स्थिर है। धार्मिक रूप से थावे का अपना एक विशिष्ट स्थान है। यहाँ पर माँ दुर्गा का एक भव्य मंदिर है। इस मंदिर में पूरे वर्ष श्रद्धालुओं का आगमन होता है तथा नवरात्रि के अवसर पर भारी संख्या में श्रद्धालु यहां आकर पूजा-अर्चना करते है। अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत पुनर्विकसित बिहार का थावे जं. रेलवे स्टेशन बिहार का गौरव बन गया है।

थावे यह बिहार राज्य में पूर्वोत्तर रेलवे स्टेशन का प्रमुख जं. स्टेशन है, यहाँ पर सीवान, छपरा कचहरी एवं कप्तानगंज से लाइनें आकर मिलती है। यह स्टेशन सीधी ट्रेन सेवा के माध्यम से लखनऊ, गोरखपुर, पटना, टाटानगर आदि नगरों से जुड़ा हुआ है। विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने तथा थावे ज. के महत्व को देखते हुए भारतीय रेल ‌द्वारा अविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए, अमृत स्टेशन योजना के अन्तर्गत रु. 11.75 करोड़ की लागत से आधुनिक सुख-सुविधाओं से युक्त स्टेशन भवन विकसित किया गया है।

तीनों प्लेटफार्मों पर यात्रियों के लिए छाजन की सुविधा

करीब 400 वर्ग मीटर में स्टेशन भवन तथा फसाड में सुधार का कार्य पूर्ण कर स्टेशन भवन को आकर्षक स्वरूप दिया गया है। यात्रियों को धूप एवं वर्षा से बधाव हेतु तीनों प्लेटफॉर्मों पर 28वें के यात्री छाजन का प्रावधान किया गया है। इसके तीनों प्लेटफॉर्मों के सतह में सुधार किया गया तथा प्लेटफॉर्म संख्या 01 पर कोटा स्टोन लगाया गया है। इस स्टेशन पर 1030 वर्ग मीटर में सर्कुलेटिंग एरिया का विकास एवं विस्तार किया गया है तथा एप्रोच रोड का चौड़ीकरण कर पाथ-वे सहित प्रवेश द्वार बनाया गया है, जिससे यहाँ आने वाले यात्रियों को आगमन में सुविधा हो रही है।

स्टेशन पर यात्रियों के बैठने के लिए स्टील तथा कांक्रीट की बैंचे उपलब्ध कराई गई। स्थानीय कला एवं संस्कृति के अनुरूप स्टेशन परिसर में वाॅल पेंटिंग का कार्य किया गया है, जो कि स्टेशन भवन को एक आकर्षक स्वरूप प्रदान कर रहा है। स्टेशन पर 342 वर्ग मीटर में यात्री प्रतीक्षालय का नवीनीकरण कर वहाँ पेटिंग्स लगायी गयी है तथा बैठने हेतु फर्नीचर उपलव्ध कराया गया है। स्टेशन परिसर में चार पहिया एवं दो पहिया वाहनों के लिए अलग-अलग पार्किंग की व्यवस्था की गई है। यात्रियों की सुविधा हेतु अन्तर्राष्ट्रीय मानक के साइनेजेज का प्रावधान किया गया है।

यात्रियों के लिए टिकट काउंटर, शुद्ध पानी और हवा की व्यवस्था

स्टेशन परिसर में रेल यात्रियों को सुविधाजनक तरीके से टिकट उपलब्ध कराने हेतु टिकट खिड़की का प्रावधान किया गया है। यहाँ यात्रियों की सहायता हेतु सहयोग काउंटर खोला गया है। पीने के पानी हेतु स्टेशन पर पथर्याप्त शुद्ध पेय जल एवं हवा के लिए पंखों की व्यवस्था की गई है. साथ ही शीतल पेयजल हेतु कदर कूलर तथा खान पान हेतु फूड स्टाल का प्रवधान किया गया है।

वहीं पूरे स्टेशन परिसर में उन्नत प्रकाश का प्रावधान करने के साथ ही आधुनिक फडात लाइटिंग लगाई गई है, जो स्टेशन की सुन्दरता में चार चाँद लगा रही है।पुनर्विकहित थावे जं. स्टेशन पर आने वाले यात्रियों को सुविधाजनक एवं आरामदाय रेल यात्रा के साथ ही सुखद एहसास हो रहा है।

पुनर्विकसित बिहार का थावे जं. रेलवे स्टेशन की विशेष सुविधाएं

➡️सुसज्जित नवीनीकृत स्टेशन बिल्डिंग
➡️अन्तर्राष्ट्रीय मानक के साइनेज
➡️बेहतर सर्कुलेटिंग एरिया और पार्किंग
➡️आधुनिक फसाड लाइटिंग
➡️यात्रियों के बैठने के लिए स्टील तथा कांक्रीट की बेंचे

Ujala Sanchar
Author: Ujala Sanchar

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