वाराणसी: जनपद के कपसेठी थाना क्षेत्र के ग्राम भगौतीपुर में तीन वर्षीय बच्ची की मौत के मामले में पुलिस की भूमिका पर सवाल उठने लगे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस विवेचना के नाम पर गांव के निर्दोष लोगों को जबरन उठा रही है और थाने में उनके साथ मारपीट की जा रही है।
जानकारी के अनुसार, 23 जून 2025 को गांव के भुलई यादव व अमरजीत यादव के तालाब में एक तीन वर्षीय बच्ची का शव बरामद हुआ, जो गांव के इस्लाम नामक व्यक्ति की नातिन बताई जा रही है। इस घटना के बाद इस्लाम के छोटे भाई करामत अली ने थाना कपसेठी में गुमशुदगी की एफआईआर (संख्या 82/2025) दर्ज कराई थी।
ग्रामीण मो. शेराजू शेख अब्बासी ने पुलिस आयुक्त, वाराणसी को एक शिकायती पत्र भेजकर आरोप लगाया है कि पुलिस द्वारा बिना किसी ठोस आधार के गांव के लोगों को बार-बार उठाकर थाने ले जाया जा रहा है, जहां उनसे मारपीट और दुर्व्यवहार किया जा रहा है। शेराजू का कहना है कि गांव में भय का माहौल बना हुआ है और लोग मानसिक रूप से परेशान हैं।
न्यायिक जांच की मांग
शेराजू अब्बासी ने अपने पत्र में मांग की है कि पूरे प्रकरण की न्यायिक जांच कराई जाए, थाना कपसेठी को बिना कारण किसी को परेशान न करने का निर्देश दिया जाए, प्रार्थी और उसके परिवार को पुलिस उत्पीड़न से राहत दिलाई जाए।
ग्रामीणों का कहना है कि बच्ची का शव 24 जून 2025 को सुबह तालाब में मिला, लेकिन उसके पहले से पुलिस का रवैया अत्याचारपूर्ण बना हुआ था।

Author: Ujala Sanchar
उजाला संचार एक प्रतिष्ठित न्यूज़ पोर्टल और अख़बार है जो स्थानीय, राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय और अन्य समाचारों को कवर करती है। हम सटीक, विश्वसनीय और अद्यतन जानकारी प्रदान करने के लिए समर्पित हैं।