मिर्जापुर: सिरसी बांध प्रखंड में वर्ष 2021 से 2023 के बीच हुए कार्यों में व्यापक भ्रष्टाचार की आशंका को लेकर दायर RTI (सूचना का अधिकार) के जवाब को सिंचाई विभाग के अधिकारी लगातार टालते आ रहे हैं।
RTI कार्यकर्ता को नहीं मिला जवाब
RTI कार्यकर्ता इरशाद अली ने सिरसी बांध क्षेत्र में गड्ढा मुक्त, नवीनीकरण, सुदृढ़ीकरण और अन्य निर्माण कार्यों में अधोमानक सामग्री व कागजों पर ही काम दर्शाने जैसे गंभीर आरोप लगाते हुए RTI के माध्यम से सूचना मांगी थी। लेकिन दो वर्षों से विभाग की ओर से कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया है।
कमिश्नर के आदेशों की भी अनदेखी
RTI मामले में विंध्याचल मंडल के कमिश्नर ने इस गंभीर प्रकरण पर 6 बार रिमाइंडर लेटर जारी किए, लेकिन इसके बावजूद सिरसी सिंचाई खंड के अधिकारी या तो गोलमोल जवाब दे रहे हैं या पूरी तरह चुप्पी साधे हुए हैं।
कमिश्नर ने हालिया छठवें रिमाइंडर में अधीक्षण अभियंता को निर्देश दिया है कि संबंधित अधिकारी से उत्तरदायित्व सुनिश्चित कराते हुए तत्काल जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
क्या दबाया जा रहा है भ्रष्टाचार का मामला?
इस तरह RTI के जवाब को लगातार टालना और उच्च अधिकारियों के आदेशों को नजरअंदाज करना, सिरसी बांध प्रखंड में भ्रष्टाचार की गंभीर आशंका को और बल देता है।
RTI कार्यकर्ता की मांग
इरशाद अली का कहना है कि “सिरसी बांध क्षेत्र में करोड़ों रुपये के बजट में काम हुए, लेकिन ज़मीन पर उनकी कोई स्थिति नहीं है। यह खुला भ्रष्टाचार है, जिसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।”

Author: Ujala Sanchar
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