बलिया: जिले के सोनबरसा स्थित 100 शैय्यायुक्त संयुक्त चिकित्सालय से एक बेहद दर्दनाक और शर्मनाक मामला सामने आया है। यहां एक गर्भवती महिला को रात के समय अस्पताल के फर्श पर ही बच्चे कों जन्म देना पड़ा, क्योंकि मौके पर न तो कोई डॉक्टर था और न ही अस्पताल का स्टाफ मौजूद था।
इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गयी। लापरवाही के इस गंभीर मामले में आनन-फानन में कुछ डॉक्टरों और कर्मचारियों का तबादला कर दिया गया। जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्यवाही की गई।
1. डॉ.व्यास कुमार, चिकित्साधिकारी, का तबादला बैरिया से गड़वार (फेफना) कर दिया गया है.
2. डाॅ. राजेश कुमार, अधीक्षक व स्त्री रोग विशेषज्ञ,को सोनबरसा से रिगवन भेजा गया है.
3. प्रियंका सिंह स्टाफ नर्स को सोनबरसा से नरही स्थानांतरित किया गया.
4. कंचन संविदा स्टाफ नर्स, को जयप्रकाश नगर भेजा गया है.
हालांकि, सवाल यह उठ रहा है कि क्या इस लापरवाही की इतनी हल्का सजा ही काफी है? क्या सिफ ट्रांसफर कर देने से किसी की जवाब देही खत्म हो गई? क्या इस तरह की कार्रवाई से भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोक पाएगी?
यह घटना न सिर्फ एक महिला असहाय की दर्दनाक कहानी है, बल्कि यह सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली और जिम्मेदारी की लापरवाही की पोल भी खोलती है.
रिपोर्ट -अवधेश यादव