वाराणसी: मंडुवाडीह थाना क्षेत्र के नाथूपुर गांव में जितिया पूजा (जीवित्पुत्रिका व्रत) का आयोजन परंपरागत उल्लास और श्रद्धा के साथ किया गया। इस व्रत का यहां प्रचलन बहुत पुराना है और हर वर्ष बड़ी धूमधाम से इसे मनाया जाता है।

जितिया माता या जीवित्पुत्रिका व्रत माताओं द्वारा अपनी संतान की लंबी आयु, सुख और समृद्धि के लिए रखा जाता है। आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को माताएं निर्जला उपवास करती हैं, जिसमें वे पूरे दिन बिना अन्न और जल ग्रहण किए व्रत का पालन करती हैं।
व्रत से एक दिन पूर्व “नहाय-खाय” की परंपरा निभाई जाती है, जिसमें शुद्ध भोजन किया जाता है। व्रत के दिन भगवान जीमूतवाहन की पूजा होती है और उनकी कथा श्रवण की जाती है। धार्मिक मान्यता है कि इस व्रत के प्रभाव से संतान की रक्षा होती है और जीवन में कोई बड़ी विपत्ति नहीं आती।







