Varanasi: वरूणा नदी से निकलने वाले प्लास्टिक को रिसाइकिल कर इसका दोबारा इस्तेमाल किया जाएगा। इससे नगर निगम को कमाई होगी। वहीं नदी भी साफ होगी। प्लास्टिक को रिसाइकल कर इस्तेमाल करने लायक बनाया जाएगा। इसके लिए वरूणा पार इलाके में एक सेंटर खोला गया है।
दरअसल वरूणा नदी से रोजाना 250 से 300 किलो प्लास्टिक निकलता है। इसे एकत्र करने के लिए नगर निगम ने एक दर्जन से अधिक सफाई कर्मचारियों की टीम लगाई है। प्लास्टिक फिशर नाम की एक जर्मन कंपनी ने प्लास्टिक कचरा इकट्ठा किया थ। एक साल में कंपनी लगभग 38 टन प्लास्टिक इकट्ठा कर चुकी है।
रिसाइकिल प्लास्टिक से बोर्ड्स, फर्नीचर और टाइल्स बनेंगे
प्लास्टिक को इकट्ठा करने के बाद उसे सूखाया जाता है। मरेरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर में रिसाइकिल प्लास्टिक वेस्ट को अलग किया जाता है। नान रिसाइकिल और सिंगल यूज प्लास्टिक को अलग किया जाता है, जिसे सीमेंट प्लांट भेजा जाता है। इन प्लास्टिक को बोर्ड्स, फर्नीचर और टाइल्स बनाने में इस्तेमाल किया जाता है।
नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने बताया कि वरूणा से प्लास्टिक निकालने के लिए एक संस्था से अनुबंध किया गया है। संस्था प्लास्टिक निकालेगी। इससे पर्यावरण संरक्षण के साथ ही प्लास्टिक को रिसाइकिल कर दोबारा इस्तेमाल करने से आय भी होगी।

Author: Ujala Sanchar
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