वाराणसी: साइबर अपराधी लोगों को ठगने के लिए अब डिजिटल अरेस्ट का हथकंडा अपना रहे हैं। कभी सीबीआई तो कभी पुलिस अफसर बनकर लोगों की मेहनत की कमाई पर डांका डाल रहे हैं। भारत सरकार ने साइबर अपराधियों की नकेल कसने के लिए संचार सारथी पोर्टल लांच किया है। यह साइबर अपराध रोकने में कारगर साबित हो रहा। वरुणा जोन के एडीसीपी सरवण टी ने साइबर अपराध को लेकर लोगों को आगाह किया। साथ ही पोर्टल की विशेषताएं बताईं।
एडीसीपी सरवण टी ने बताया कि यह पोर्टल साइबर अपराध, विशेषकर डिजिटल धोखाधड़ी और आर्थिक अपराधों को रोकने के लिए प्रभावी माध्यम है। अगर किसी को कोई संदिग्ध मोबाइल नंबर मिलता है, तो वह इस पोर्टल पर जाकर उस नंबर की जानकारी हासिल कर सकता है। इसके अलावा, संचार सारथी पोर्टल यह भी जांचने की सुविधा देता है कि आपके मोबाइल नंबर से कोई अन्य नंबर जुड़ा हुआ है या नहीं।
यह पोर्टल न केवल संदिग्ध गतिविधियों की पहचान करता है, बल्कि रिपोर्ट की गई शिकायतों की विस्तृत जांच कर सत्यापन भी करता है। एडीसीपी सरवण टी ने इसे आमजन के लिए एक वरदान बताया, क्योंकि यह लोगों को साइबर अपराध का शिकार होने से बचाने में मददगार है।
उन्होंने जनता से अपील की कि अधिक से अधिक लोग इस पोर्टल का उपयोग करें और साइबर अपराधों को रिपोर्ट करें। संचार सारथी के माध्यम से आम लोग अपने और अपने प्रियजनों को साइबर खतरों से सुरक्षित रख सकते हैं।
उन्होंने कहा कि संचार सारथी पोर्टल तकनीक का ऐसा उपहार है, जो न केवल अपराधियों को पकड़ने में सहायक है, बल्कि लोगों को डिजिटल दुनिया में सुरक्षित अनुभव प्रदान करता है। जागरूक रहें, सतर्क रहें और साइबर अपराध से बचाव के लिए इस तकनीक का लाभ उठाएं।

Author: Ujala Sanchar
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