
Varanasi: काशी, जिसे वाराणसी के नाम से भी जाना जाता है, भारत के सबसे प्राचीन और पवित्र शहरों में से एक है। यह शहर गंगा नदी के तट पर स्थित है और यहां की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक एवं धार्मिक धरोहरों के कारण यह देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण केंद्र है। काशी न केवल अपने धार्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि इसकी ऐतिहासिक धरोहरें भी इसे एक विशेष पहचान दिलाती हैं।

धार्मिक धरोहर
काशी हिंदू धर्म के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक है। इसे “मुक्ति नगरी” के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि यहां मृत्यु प्राप्त करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। यहां स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और यह हिंदू धर्म के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। मंदिर का धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व बहुत बड़ा है, और हर साल लाखों श्रद्धालु इस पवित्र स्थल के दर्शन करने आते हैं। इसके अलावा, यहां पर स्थित अन्य प्रमुख मंदिरों में संकट मोचन हनुमान मंदिर, दुर्गा मंदिर, और काल भैरव मंदिर शामिल हैं।

काशी को गंगा नदी के तट पर स्थित होने के कारण एक धार्मिक केंद्र के रूप में भी देखा जाता है। गंगा आरती, जो हर शाम दशाश्वमेध घाट पर आयोजित होती है, पर्यटकों और श्रद्धालुओं के बीच विशेष आकर्षण का केंद्र होती है। इस दौरान गंगा नदी की आराधना की जाती है और इसका दृश्य अत्यंत मनमोहक होता है। इसके अलावा, मणिकर्णिका और हरिश्चंद्र घाट जैसे स्थानों पर अंतिम संस्कार की प्रक्रिया भी पर्यटकों के लिए काशी की धार्मिक संस्कृति का गहरा परिचय देती है।
ऐतिहासिक धरोहर
काशी का इतिहास हजारों वर्षों पुराना है। यहां के गलियों और घाटों में इतिहास की गहरी छाप दिखाई देती है। यह शहर प्राचीन भारतीय सभ्यता का केंद्र रहा है और विभिन्न राजवंशों ने यहां शासन किया है। काशी की धरोहरें न केवल धार्मिक हैं, बल्कि इसमें ऐतिहासिक महत्त्व की इमारतें और संरचनाएं भी शामिल हैं। यहां स्थित रामनगर किला, जिसे काशी नरेश द्वारा बनवाया गया था, एक प्रमुख ऐतिहासिक स्थल है। यह किला मुगल स्थापत्य कला का एक अद्भुत उदाहरण है और यहां काशी नरेश का संग्रहालय भी स्थित है, जिसमें प्राचीन हथियार, पोशाकें, और शाही परिवार से जुड़ी वस्तुएं प्रदर्शित हैं।

इसके अलावा, सारनाथ, जो काशी के पास स्थित है, बौद्ध धर्म का एक महत्वपूर्ण स्थल है। यहीं पर भगवान बुद्ध ने अपना पहला उपदेश दिया था। सारनाथ में स्थित धमेख स्तूप, अशोक स्तंभ, और बौद्ध मठ बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। यहां स्थित संग्रहालय में प्राचीन मूर्तियां, शिलालेख और अन्य ऐतिहासिक धरोहरें प्रदर्शित की गई हैं, जो भारत के समृद्ध इतिहास की झलक प्रस्तुत करती हैं।
सांस्कृतिक आकर्षण
काशी में समय-समय पर विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन होते रहते हैं, जिनमें से काशी का प्रसिद्ध देव दीपावली त्योहार प्रमुख है। इस अवसर पर गंगा के घाटों पर दीपों की जगमगाहट और विशेष आरती का आयोजन किया जाता है, जो पर्यटकों के बीच बेहद लोकप्रिय है। इसके अलावा, यहां की गलियों में घूमते हुए पर्यटक बनारसी साड़ी की खरीदारी कर सकते हैं, जो अपनी बुनाई और डिजाइन के लिए विश्व प्रसिद्ध है।

काशी की ऐतिहासिक और धार्मिक धरोहर इसे न केवल एक तीर्थ स्थल के रूप में पहचान दिलाती है, बल्कि इसे एक अद्वितीय पर्यटन स्थल भी बनाती है। यहां की प्राचीन गलियां, मंदिर, घाट, और सांस्कृतिक गतिविधियां देश-विदेश के पर्यटकों को आकर्षित करती हैं। काशी का धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व, इसकी आस्था, और सांस्कृतिक धरोहर इसे सदियों से पर्यटकों के बीच लोकप्रिय बनाते रहे हैं, और आने वाले समय में भी यह परंपरा जारी रहेगी।

उजाला संचार एक प्रतिष्ठित न्यूज़ पोर्टल और अख़बार है जो स्थानीय, राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय और अन्य समाचारों को कवर करती है। हम सटीक, विश्वसनीय और अद्यतन जानकारी प्रदान करने के लिए समर्पित हैं।