
वाराणसी: देश में बढ़ती हुई गंभीर बीमारियों को लेकर किसानों को जैविक खेती के बारे में जागरूक करने हेतु पिंडरा विकास खंड क्षेत्र के करेमुआ गांव में को उप कृषि निदेशक अखिलेश कुमार सिंह की निर्देशन में नमामि गंगे योजना के अंतर्गत कृषि विभाग वाराणसी तथा फोस्टर सर्टिफिकेसन्स प्राइवेट लिमिटेड सर्विस प्रोवाइडर के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित जैविक किसान मेला का शुभारंभ मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्य ने दीप प्रज्वलन कर किया।

मुख्य अतिथि ने कार्यक्रम में लगाए गए विभिन्न जैविक उत्पाद स्टालों का अवलोकन किया। कार्यक्रम में आए हुए अतिथियों का स्वागत फोस्टर सर्टिफिकेसन्स प्राइवेट लिमिटेड के सीनियर प्रोजेक्ट मैनेजर प्रवीण नागर द्वारा अंगवस्त्र के साथ स्मृति चिन्ह देकर उनको सम्मानित किया गया।

किसानों को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि ने कहा कि मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढ़ाने हेतु एवं निरोग रहने के लिए रासायनिक खेती का त्याग करके अब किसानों को जैविक खेती करना होगा। कार्यक्रम के दौरान प्रगतिशील किसान हरिशंकर सिंह, आनंद प्रकाश सिंह ने देसी गाय पालन,मिट्टी में जीवांश बढ़ाने, गो मूत्र व गोबर गुड़, चने का बेसन, जीवांश युक्त मिट्टी को मिलाकर जीवामृत घोल का प्रयोग, लाइन में फसलों की बुवाई करने,मिलवा खेती करने, बीज शोधन के लिए ट्राइकोडरमा का प्रयोग, देशी बीज का प्रयोग करने के बारे में विस्तार पूर्वक से किसानों को जानकारी दिया।

कार्यक्रम का संचालन राजेश यादव कृषि विभाग एटीएम तथा धन्यवाद ज्ञापन सीनियर प्रोजेक्ट मैनेजर प्रवीण नागर ने की। लोकगीत गायक फूलचंद राजभर ने गीतों के माध्यम से किसानों को जैविक खेती के बारे में जागरूक किया। इस दौरान मुख्य रूप से ग्राम प्रधान अनिल कुमार, राहुल यादव एडीओ कृषि, अनिल दुबे, धीरज कुमार मौर्य, प्रवीण सिंह, सत्यम, सूर्य प्रकाश, तेज बहादुर गुप्ता इत्यादि कृषि विभाग के लोग सहित क्षेत्र के सैकड़ो किसान उपस्थित रहे।

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