सिद्धार्थनगर: स्वर्ण व्यवसायी से लूट और हत्या के 6 आरोपी गिरफ्तार, पैसे व जेवर बरामद

सिद्धार्थनगर: मोहाना पुलिस की संयुक्त टीम को स्वर्ण व्यवसायी की हत्या मामले में बड़ी कामयाबी हासिल हुई है. जिसमें पुलिस ने 03 अभियुक्तों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया. वहीं अभियुक्तों के निशानदेही पर 03 और अभियुक्तों को भी पकड़ लिया, साथ पुलिस द्वारा उनके पास से लूट का सारा सामान बरामद कर लिया गया है.

बता दें कि, बीते 5 अप्रैल की रात मोहाना थाना क्षेत्र के स्वर्ण व्यापारी सुनील वर्मा की हत्या कर लाश को परसोहिया थानाक्षेत्र सिद्धार्थनगर में जला दिया गया था. उसके सम्बन्ध में थाना मोहाना पर मु0अ0सं0 60/2025 का अंतर्गत धारा 103(1), 238(B), 161(2)(a) BNS पंजीकृत किया गया था।

डॉ. अभिषेक महाजन पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थनगर द्वारा घटना स्थल का तत्काल निरीक्षण कर घटना के अनावरण हेतु विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया था। सिद्धार्थ अपर पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थनगर के कुशल पर्यवेक्षण व अरुणकान्त सिंह क्षेत्राधिकारी सदर के निर्देशन में गठित टीम द्वारा 7 अप्रैल की रात्रि में आलमनगर बंधा पर वाहनों की चेकिंग में जरिए मुखबिर सूचना पर कि मोहाना में स्वर्ण व्यवसायी की हत्या से सम्बन्धित कुछ संदिग्ध व्यक्ति नेपाल भागने हेतु आलमनगर बन्धा मार्ग से नैपाल जा रहे हैं।

इसी बीच एक मोटरसाइकिल पर सवार 03 व्यक्ति तेज गति से आते हुए दिखाई दिए, जिन्हें रोका गया तो वह मोटरसाइकिल घुमाकर भागना चाहे जिसके कारण मोटरसाइकिल अनियंत्रित होकर गिर पड़ी। मोटरसाइकिल वहीं छोड़कर उन्होंने पुलिस पार्टी पर फायर किया, जो थानाध्यक्ष मोहाना द्वारा पहनी हुई बुलेट प्रूफ जैकेट पर लगा और वह बाल-बाल बच गए।

आत्मरक्षार्थ पुलिस पार्टी द्वारा भी फायर किया गया जिसमें एक व्यक्ति घायल होकर गिर पड़ा तथा अन्य 02 अभियुक्तों को आवश्यक न्यूनतम बल प्रयोग कर दौड़ाकर मौके पर पुलिस टीम द्वारा पकड़ लिया गया। घायल व्यक्ति, जिसने अपना नाम इरशाद पुत्र नोमान बताया को तत्काल चिकित्सीय उपचार हेतु सीएससी बर्डपुर ले जाया गया।

घटना के सम्बन्ध में थाना मोहाना पर पुलिस पार्टी पर जान से मारने की नीयत से फायरिंग करने में मु0अ0सं0 61/2025 व धारा 3(5), 109(1), BNS व 3/25, 5/27(1) आर्म्स एक्ट का अभियोग पंजीकृत किया गया। अन्य आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है। इन अभियुक्तों से पुछताछ व साक्ष्य संकलन से घटना में सम्मिलित तीन अन्य अभियुक्त हबीबुल्लाह, उसकी पत्नी जुबैदा (षड़यन्त्रकर्ता) व दिनेश कुमार उर्फ मन्जय को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से भी सोने व चांदी के सामान व आलाकत्ल बरामद किया गया ।

बरामदगी का विवरण-

01-एक अदद देशी तमन्चा 315 बोर, 01 अदद खोखा कारतूस 315 बोर, जामातलाशी से प्राप्त 01 अदद जिन्दा कारतूस ।
02-02 अदद हार पीली धातु ।
03-20 अदद कील पीली धातु ।
04-दो जोड़ा पावजेब( 04अदद)सफेद धातु ।
05-आठ जोड़ा पायल सफेद धातु(06अदद) ।
06-03 जोड़ा बचकाना कंगन सफेद धातु (06 अदद)।
07-160 अदद बिछुवा सफेद धातु ।
08-एक अदद प्लास्टिक डिब्बे में कील का पेच ।
09-दो अदद कटर प्लास, मृतक सुनील वर्मा आभूषण कला केंद्र का कैश मेमो ।
10-एक अदद इलेक्ट्रॉनिक ज्वेलरी तोल मशीन।
11-मृतक की मोटरसाइकिल UP55 AC 7233 ।
12-घटना में प्रयुक्त 01 अदद मोटरसाइकिल।
13-घटना में प्रयुक्त आलाकत्ल एक अदद लोहे की पाइप।
14-मृतक सुनील वर्मा आभूषण कला केंद्र नाम से छपा हुआ जेवरात रखने के छोटे पर्स ।

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गिरफ्तार अभियुक्तगण का विवरण–
01-इरशाद पुत्र नोमान निवासी गौहनिया थाना मोहाना जनपद सिद्धार्थनगर ।
02-शहजाद पुत्र हबीबुल्लाह निवासी गौहनिया थाना मोहाना जनपद सिद्धार्थनगर ।
03-राहुल पुत्र लालसा प्रसाद निवासी गौहनिया थाना मोहाना जनपद सिद्धार्थनगर ।
04-दिनेश कुमार उर्फ मंजे पुत्र किशोरी लाल निवासी गौहनिया थाना मोहाना जनपद सिद्धार्थनगर ।
05-हबीबुल्लाह पुत्र अजीमुल्लाह निवासी गौहनिया थाना मोहाना जनपद सिद्धार्थनगर ।
06-जुबैदा पत्नि हबीबुल्लाह निवासी गौहनिया थाना मोहाना जनपद सिद्धार्थनगर ।

पुलिस की पुछताक्ष में अभियुक्तों ने बताया कि हबीबुल्लाह अपनी बहन का सोने का हार कुछ महीने पहले बेच दिया था, जिसको अब वापस देने का दबाव था और अन्य कर्ज में भी डूबा था इसलिए हबीबुल्लाह अपने पत्नी व लड़के साथ मिलकर मृतक सूनील वर्मा के सोने का हार किसी भी हाल में लेने के लिए अपने लड़के शहजाद को बताया। शहजाद अपने तीन दोस्तो इरशाद, दिनेश कुमार उर्फ मन्जय़ व राहुल को पच्चीस -पच्चीस हजार रुपये देने का वादा करके उक्त घटना करने के लिए तैयार कर घटना वाले दिन अपने घर पर बुला लिया था।

हबीबुल्लाह ने सुनील वर्मा को हार खरीदने के लिए अपने पुराने घर बुला लिया और खुद अपनी पत्नी के साथ पैसा लाने के बहाने अपने पिता के घर चला गया। शहजाद व उसके तीनों मित्रों ने सुनील वर्मा के सिर पर एक लोहे की पाइप से प्रहार कर दिये. जिससे सुनील वर्मा की मौके पर ही मृत्यु हो गयी, उसके बाद सुनील वर्मा द्वारा अपने साथ लाये गये सोने का हार व अन्य आभूषण हमलोग ले लिए थे तथा जमीन पर गिरे खून को पानी से साफ कर दिये।

उसकी लाश को हम चारो लोग एक जूट के बोरे में भर कर बाइक पर लाद कर उसको घर के पीछे के रास्ते सुनसान रास्ते से परसोहीया गांव के सिवान में रोड के किनारे फेक कर उसपर पेट्रोल छिड़कर आग लगा दिये तथा मृतक के शव को आग लगाने के सम्बन्ध में पुछने पर बताये कि हमलोगों सीरीयल में देखे है कि पुलिस लोग फिंगर प्रिन्ट मिलाती है इसलिए हमलोग जला दिए. जिससे उसकी पहचान न हो सके।

हम तीनों लोग सोने व चांदी के सामान को नेपाल बेचने जा रहे थे जब आपलोगों द्वारा पकड़ लिया गया । इस घटना में हबीबुल्लाह व उसकी पत्नी जुबैदा ने योजना बनाई थी तथा दिनेश उर्फ मन्जय हम तीनों के साथ सुनील वर्मा को मारने में शामिल था ।

वहीं गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में थानाध्यक्ष मोहाना अनुप कुमार मिश्रा, उ0नि0 जीवन त्रिपाठी एसओजी प्रभारी, उ0नि0 दिनेश सरोज सर्विलांस प्रभारी, मु0आ0 राजीव शुक्ला, आशुतोष धर दूबे, दिलीप कुमार, आरक्षी वीरेन्द्र तिवारी, सत्येन्द्र कुमार, रोहित चौहान, जनार्दन प्रजापति, छविराज यादव एस0ओ0जी0, मु0आ0 उदय, का0 सिद्धार्थ, राजन और नितीन मौजूद रहे.

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