
वाराणसी: भेलूपुर थाने में दर्ज बहुचर्चित नीट छात्र नितेश मिश्रा हत्याकांड की जांच में नया मोड़ आया है। हाईकोर्ट के निर्देश पर वाराणसी के पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए चार सदस्यीय विशेष टीम का गठन किया है।
पुलिस कमिश्नर ने इस मामले की जांच के लिए वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम बनाई है। जिसमें डीसीपी काशी जोन गौरव बंशवाल, एडीसीपी काशी जोन नीतू कादयान, एसीपी भेलूपुर धनंजय मिश्रा, इंस्पेक्टर भेलूपुर विजय कुमार शुक्ल शामिल हैं। पुलिस कमिश्नर ने हाईकोर्ट में एक शपथपत्र दाखिल किया है, जिसमें अब तक की जांच रिपोर्ट और बिंदुवार जांच का उल्लेख किया गया है।
क्या है पूरा मामला?
नीट प्रतियोगी छात्र नितेश मिश्रा प्रतापगढ़ के पट्टी क्षेत्र के शेषपुर गांव का निवासी था, भेलूपुर थाना क्षेत्र के सुंदरपुर में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा था। 12 जुलाई 2022 को उसकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई।
मृतक के चाचा रवींद्र मिश्रा ने आठ दिन बाद भेलूपुर थाने में 11 नामजद और एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया। लेकिन तत्कालीन विवेचक रमाकांत दुबे ने आरोपियों से सांठगांठ कर 18 दिन में ही फाइनल रिपोर्ट अदालत में पेश कर दी।
अदालत की भूमिका और जांच प्रक्रिया
• सीजेएम कोर्ट की प्रतिक्रिया:
मृतक के परिवार ने इस रिपोर्ट के खिलाफ सीजेएम कोर्ट में प्रोटेस्ट दाखिल किया। अदालत ने फाइनल रिपोर्ट खारिज कर अग्रिम जांच का आदेश दिया।
• तीन बार फाइनल रिपोर्ट खारिज:
मामले में तीन बार फाइनल रिपोर्ट खारिज की गई, लेकिन हर बार जांच में पूर्व रिपोर्ट की पुष्टि की गई।
• उच्च न्यायालय का हस्तक्षेप:
मामले में पीड़ित परिवार इलाहाबाद हाईकोर्ट पहुंचा।
अधिवक्ताओं ने न्यायालय के समक्ष मामले की गंभीरता प्रस्तुत की। हाईकोर्ट की डबल बेंच ने पुलिस आयुक्त को मामले की निष्पक्षता से जांच कर 27 नवंबर तक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।
उच्च न्यायालय के आदेश पर पुलिस कमिश्नर ने चार सदस्यीय टीम का गठन कर जांच शुरू कर दी है। मामले की सुनवाई अगले सप्ताह होने की संभावना है, जहां कोर्ट में जांच की प्रगति रिपोर्ट पेश की जाएगी।

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