गाजीपुर: देवकली ब्लॉक के सिहोरी ग्राम सभा की हरिजन बस्ती में बनी सार्वजनिक नाली को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि राजेश यादव ने लेखपाल अशोक राय समेत चार लोगों पर सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाते हुए थाने में तहरीर दी है। वहीं, पूरे मामले की शिकायत मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल पर भी की गई है।

क्या है मामला?
प्रधान प्रतिनिधि के अनुसार, बस्ती में चार दशक पूर्व बनी आरसीसी सड़क के किनारे ढक्कनदार नाली बनाई गई थी। यह निर्माण 20 मई को हुए उच्चाधिकारियों की मौजूदगी में हुए समझौते के बाद किया गया था। समझौता पत्र में स्पष्ट रूप से अंडरग्राउंड नाली का कोई जिक्र नहीं है।
अचानक तोड़ी गई नाली
गुरुवार को लेखपाल अशोक राय मौके पर पहुंचे और बिना कोई लिखित आदेश दिखाए, खुद मौजूद रहकर नवनिर्मित नाली को तुड़वाना शुरू कर दिया। इसका वीडियो ग्रामीणों ने बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। जब प्रधान प्रतिनिधि ने आदेश की प्रति मांगी तो लेखपाल ने बताया कि “फोन पर सैदपुर एसडीएम ने आदेश दिया है।”
दो पक्ष, दो दावे
- राजेश यादव (प्रधान प्रतिनिधि):
- “समझौते में ढक्कनदार नाली का उल्लेख है, अंडरग्राउंड नाली की कोई बात नहीं। नाली निर्माण में पैसा खर्च हो चुका है, अब इसे तोड़ना सरकारी संसाधनों की बर्बादी है।”
- रामेश्वर सुधाकर सब्बनवाड (ज्वाइंट मजिस्ट्रेट):
- “मेरे द्वारा मौके का निरीक्षण कर अंडरग्राउंड नाली बनाने का निर्देश दिया गया था।”
हालांकि, जब उनसे संपर्क करने का प्रयास किया गया तो उनके सरकारी नंबर को गनर ने उठाया और बताया कि अधिकारी व्यस्त हैं। उन्होंने अपना नाम भी नहीं बताया।


क्या बोले ग्रामीण?
ग्रामीणों का कहना है कि नाली ठीक से बनी थी और उसे तोड़ना पूरी तरह से दबाव और मनमानी का परिणाम है। कई लोगों ने वीडियो वायरल कर लेखपाल की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं।

Author: Ujala Sanchar
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