
Varanasi: उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग इस वर्ष देव दीपावली पर विशेष अभियान ‘एक दिया काशी के नाम’ का आयोजन करेगा। यह अभियान गंगा तटों और घाटों को दीपों की रोशनी से सजाने और काशी की प्राचीन सांस्कृतिक परंपरा को विश्वस्तर पर प्रचारित करने के उद्देश्य से चलाया जाएगा।
देव दीपावली, जिसे कार्तिक पूर्णिमा पर मनाया जाता है, वाराणसी के प्रमुख त्योहारों में से एक है। इस दिन गंगा घाटों पर लाखों दीप जलाए जाते हैं और भव्य गंगा आरती का आयोजन होता है। पर्यटन विभाग के अनुसार, इस वर्ष ‘एक दिया काशी के नाम’ अभियान के तहत स्थानीय निवासियों, पर्यटकों और श्रद्धालुओं से अपील की जाएगी कि वे घाटों पर कम से कम एक दिया जलाकर काशी की समृद्ध संस्कृति में योगदान दें।
अभियान के तहत गंगा के 84 घाटों पर विशेष तैयारियां की जा रही हैं। लगभग 10 लाख दीयों से घाटों को रोशन करने की योजना है। इसके साथ ही, गंगा आरती के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम और रंगीन रोशनी के माध्यम से काशी की धार्मिक और ऐतिहासिक धरोहर को प्रदर्शित किया जाएगा।
पर्यटन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य न केवल पर्यटकों को आकर्षित करना है, बल्कि स्थानीय लोगों को भी काशी की सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के प्रति जागरूक करना है। इसके लिए छात्रों, सामाजिक संगठनों और व्यापारिक समुदाय को भी जोड़ने की तैयारी की जा रही है।
अभियान के प्रचार के लिए डिजिटल माध्यमों का भी उपयोग किया जाएगा। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर #EkDiyaKashiKeNaam के तहत फोटो और वीडियो साझा करने की योजना है। विभाग का मानना है कि इस पहल से काशी के वैश्विक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और इसे एक सांस्कृतिक धरोहर के रूप में और भी प्रसिद्ध किया जा सकेगा।

उजाला संचार एक प्रतिष्ठित न्यूज़ पोर्टल और अख़बार है जो स्थानीय, राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय और अन्य समाचारों को कवर करती है। हम सटीक, विश्वसनीय और अद्यतन जानकारी प्रदान करने के लिए समर्पित हैं।