
Varanasi: बीएचयू के कला संकाय के एनी बेसेंट हॉल में एक दिवसीय राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का प्रमुख उद्देश्य स्ट्रोक के कारणों, लक्षणों की पहचान और प्रबंधन के उपायों के प्रति छात्रों को जागरूक करना था। शिविर का संचालन एनएसएस के प्रोग्राम ऑफिसर और पाली एवं बौद्ध अध्ययन विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. शैलेंद्र कुमार सिंह द्वारा किया गया।
जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में बीएचयू के इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (आईएमएस) के न्यूरोलॉजी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. वरुण कुमार सिंह ने विशेष व्याख्यान दिया। डॉ. वरुण सिंह ने अपने संबोधन में स्ट्रोक के शुरुआती लक्षण पहचानने की “बी फास्ट” तकनीक पर जोर दिया, जिसमें संतुलन, दृष्टि, चेहरे की स्थिति, हाथ की ताकत, भाषण और समय जैसे कारकों पर ध्यान देने का महत्व बताया गया।
उन्होंने स्ट्रोक की त्वरित पहचान और प्रतिक्रिया के लिए इस तकनीक को प्रभावी उपकरण के रूप में प्रस्तुत किया। इसके साथ ही, डॉ. सिंह ने स्ट्रोक की रोकथाम के लिए जीवनशैली में बदलाव पर जोर देते हुए छात्रों को नियमित व्यायाम, संतुलित आहार अपनाने और धूम्रपान से बचने की सलाह दी।
माई भारत पोर्टल की नोडल ऑफिसर डॉ. शिल्पा सिंह ने स्वास्थ्य जागरूकता में युवाओं की भागीदारी को आवश्यक बताया और उन्हें समाज में स्वास्थ्य संबंधी पहलों का हिस्सा बनने के लिए प्रोत्साहित किया। इस शिविर में विभिन्न देशों जैसे वियतनाम, बर्मा और थाईलैंड के अंतर्राष्ट्रीय छात्रों की उपस्थिति ने आयोजन को और भी विविध और समृद्ध बनाया। स्वयंसेवक हर्षिता, अंकेश, आकाश और व्यास ने सत्र के दौरान व्यवस्थाओं में योगदान दिया।

उजाला संचार एक प्रतिष्ठित न्यूज़ पोर्टल और अख़बार है जो स्थानीय, राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय और अन्य समाचारों को कवर करती है। हम सटीक, विश्वसनीय और अद्यतन जानकारी प्रदान करने के लिए समर्पित हैं।