
वाराणसी: टकटकपुर स्थित सोनकर धर्मशाला में 14 अप्रैल को डॉ. भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती का आयोजन बड़े धूमधाम से मनाया गया. इस कार्यक्रम का आयोजन सोनकर धर्मशाला में लगातार चौथी बार किया गया है, कार्यक्रम की शुरुआत 5 वर्ष से 20 वर्ष के बच्चों ने मंच पर आकर अपनी रचनाएं और कविताएं प्रस्तुत कर किया.
इस अवसर पर डॉ. भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती क्रार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ. लक्ष्मण सिंह शल्य चिकित्सा BHU, डॉ. के वी आनंद विभागाध्यक्ष शल्य विज्ञान यूपी कॉलेज, डॉ. सुधा सोनकर पीडीएफ, आरपी सोनकर, श्याम नारायण प्रसाद, राजकुमार सोनकर अध्यक्ष सोनकर धर्मशाला और कैलाश नाथ सोनकर पूर्व विधायक उपस्थित रहे.

कार्यक्रम की शुरुआत में कुमारी शुभी सोनकर द्वारा स्वागत गीत गाया गया. इसके पश्चात अशोक सोनकर जौनपुरी राष्ट्रीय गायक पूर्व सदस्य उप मंत्री संगीत नाटक अकादमी लखनऊ ने अपने बिरहा गायन से सभी दर्शकों का मनोरंजन किया. उन्होंने अपने गायन द्वारा अंधविश्वास और पाखंड से समाज को दूर रहने का संदेश दिया. मुख्य अतिथि डॉ. लक्ष्मण सिंह ने अपने उद्घोष में समाज को सही शिक्षा व दिशा देने के लिए प्रेरित किया.

डॉ. के वी आनंद ने कहा कि समाज में सुधार के लिए शिक्षा सबसे जरूरी है एवं उसके पश्चात डॉ. सुधा सोनकर ने महिलाओं को समाज के विकास में अपनी भूमिका निभाने पर जोर दिया. इंजीनियर आरपी सोनकर ने समाज को जागरुक करते हुए डॉ. अंबेडकर के जीवन चरित्र को अपनाने पर जोर दिया. पूर्व विधायक कैलाशनाथ सोनकर ने कहा कि समाज में महिलाओं को शिक्षित करना और विकास कि मुख्य धारा से जोड़ने से ही बाबा साहब का सपना पूरा होगा. उन्होंने कहा कि मेरी तीन बेटियां है जो पढ़-लिखकर डाॅक्टर बन देश और समाज की सेवा कर रही है.

वहीं धर्मशाला अध्यक्ष राजकुमार सोनकर ने समाज को एक साथ चलने पर जोर दिया. उन्होंने छात्रों के लिए शिक्षा का महत्व बताया और 13 सूत्रों का शपथ दिलाया. उन्होंने कहा की शिक्षा से विकास के सारे रास्ते खुल सकते हैं. कार्यक्रम को सफल बनाने में जितेंद्र सोनकर, विक्रम सोनकर, मनोज सोनकर, ऋषि सोनकर, सुभाष सोनकर सहित कई कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग किया.



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