गाजीपुर: स्थानीय थाना क्षेत्र के अंतर्गत स्थित स्वामी सहजानन्द सरस्वती की जन्मभूमि देवा गांव के जूनियर हाई स्कूल देवा में उस समय विवाद खड़ा हो गया जब स्कूल के प्रधानाचार्य शंकर राम ने विद्यालय की खेल भूमि की जुताई कराकर उसे कृषि कार्य हेतु किसी अन्य को दे दिया।
यह मैदान न केवल विद्यालय के बच्चों का खेल स्थल है बल्कि गांव और आस-पास के युवाओं का व्यायाम, दौड़ और अभ्यास का प्रमुख स्थान भी रहा है। यहां अभ्यास कर कई नौजवान पुलिस और सेना में भर्ती हो चुके हैं। जैसे ही यह जानकारी ग्राम प्रधानपति दीपक चौरसिया और ग्रामीणों को मिली, सैकड़ों की संख्या में युवक मैदान पर पहुंच गए और प्रधानाचार्य शंकर राम के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन करने लगे।
ग्राम प्रधानपति दीपक चौरसिया ने तुरंत इस मामले की जानकारी खंड शिक्षा अधिकारी और जिला प्रशासन को दी। कुछ ही देर बाद खंड शिक्षा अधिकारी राघवेंद्र प्रताप सिंह मौके पर पहुंचे और उन्होंने प्रधानाचार्य को फटकार लगाते हुए तत्काल स्कूल मैदान को यथास्थिति में बहाल कराने का निर्देश दिया।
ग्रामीणों और युवाओं ने मांग की कि विद्यालय की भूमि को सार्वजनिक उपयोग में ही रखा जाए, ताकि बच्चों और युवाओं का भविष्य सुरक्षित रह सके। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर भविष्य में इस तरह की कार्रवाई दोहराई गई, तो कड़ा जन आंदोलन किया जाएगा। इस पूरे घटनाक्रम से गांव में शिक्षा व्यवस्था और सार्वजनिक संसाधनों के उपयोग को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।

Author: Ujala Sanchar
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