वाराणसी: बनारस रेल इंजन कारखाना (बरेका) में अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस के उपलक्ष्य में बरेका महिला कल्याण संगठन द्वारा एक गरिमामय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें बरेका में कार्यरत ऐसे 16 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को सम्मानित किया गया। जिन्होंने संस्था में 20 वर्षों की सेवा पूरी की है या जो सेवानिवृत्ति के समीप हैं। यह आयोजन न केवल श्रम और समर्पण को सम्मानित करने की पहल थी, बल्कि कार्यस्थल पर भावनात्मक जुड़ाव और प्रेरणा का भी जीवंत उदाहरण बना।

कार्यक्रम का शुभारंभ महिला कल्याण संगठन की अध्यक्षा हीमा चौहान सिंह ने दीप प्रज्वलन कर किया। अपने उद्बोधन में उन्होंने कहा, “इन श्रमिकों के समर्पण और अनुशासन से ही बरेका की नींव मजबूत बनी है। यह संगठन सदैव अपने श्रमिक बंधुओं के कल्याण और उत्साहवर्धन हेतु प्रतिबद्ध है।

इस मौके पर विशेष रूप से संगीतमय और सांस्कृतिक रूप में सजाया गया। सुजाता सिंह ने बांसुरी वादन से वातावरण को मधुरता से भर दिया, जबकि आदि द्वारा प्रस्तुत भावपूर्ण कविता पाठ ने श्रोताओं को भाव-विभोर कर दिया। इसके अतिरिक्त, संगठन की सदस्याओं द्वारा प्रस्तुत समूह गायन ने श्रम की गरिमा और एकजुटता की भावना को सुंदर रूप में प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर महिला कल्याण संगठन की उपाध्यक्षा गौरी श्रीवास्तव, वरिष्ठ कार्यकारिणी सदस्याएँ गुरमीत कौर, प्राची मित्तल, चित्रा सिंह, श्वेता श्रीवास्तव, शिखा जैन, राखी गुप्ता, अनुप्रिया सिंह, प्रियंका प्रसाद, अंजू गुप्ता, आदिश्री गुप्ता, अर्चना तिवारी तथा ऋचा कारीढाल की गरिमामयी उपस्थिति ने आयोजन को भव्यता प्रदान की।

कार्यक्रम का संचालन महिला कल्याण संगठन की सचिव श्वेता सिंह ने सहज, सटीक और प्रभावशाली ढंग से किया। उनके संचालन ने कार्यक्रम की प्रत्येक प्रस्तुति को भावनात्मक स्पर्श और प्रवाह प्रदान किया।
यह आयोजन न केवल बरेका के श्रमिकों के प्रति सम्मान का प्रतीक बना, बल्कि यह संदेश भी दिया कि बरेका की पहचान उसमें कार्यरत हर वर्ग के कर्मचारी के परिश्रम और योगदान से ही बनती है। उल्लेखनीय है कि बरेका ने इस वित्तीय वर्ष 2024 – 25में अब तक का सर्वाधिक 477 रेल इंजनों का निर्माण कर नया कीर्तिमान स्थापित किया।

Author: Ujala Sanchar
उजाला संचार एक प्रतिष्ठित न्यूज़ पोर्टल और अख़बार है जो स्थानीय, राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय और अन्य समाचारों को कवर करती है। हम सटीक, विश्वसनीय और अद्यतन जानकारी प्रदान करने के लिए समर्पित हैं।